सोनीपत, 3 फ़रवरी (हि.स.)। सोनीपत में 13 दिन से अपनी मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन
करने वाले पटवारी सोमवार को काम पर लौट आए हैं। द रेवेन्यू पटवारी एवं कानूनगो एसोसिएशन
की राज्य कार्यकारिणी ने आम जनता की परेशानी को देखते हुए फैसला लिया है। एसोसिएशन
ने घोषणा की है कि वे सभी सरकारी कार्य जारी रखेंगे, ताकि आम नागरिकों को किसी भी प्रकार
की परेशानी का सामना न करना पड़े। सोमवार को दी रेवेन्यू पटवारी एवं कानूनगो एसोसिएशन क़े राज्य
महासचिव सन्नी ने कहा कि प्रदेश की नई कार्यकारिणी का गठन किया गया है और उसके उपरांत
यह फैसला लिया गया है कि आम आदमी की परेशानी को देखते हुए सभी पटवारियों ने एक फरवरी
से आरंभ की और सोमवार से अपने काम पर लौट रहे हैं।
गिरदावरी जैसी महत्वपूर्ण प्रक्रिया
को तय समय में पूरा करने के लिए वे छुट्टी वाले दिन भी कार्य करेंगे। इससे किसानों
को अपनी फसल बेचने में किसी प्रकार की बाधा नहीं आएगी। एसोसिएशन ने सरकार को चेतावनी
दी है कि अगर सरकार तैयार की गई लिस्ट को आधार बनाकर किसी भी पटवारी के खिलाफ कोई कार्रवाई
करती है, तो वह आंदोलन के रास्ते पर जाने को मजबूर होंगे। इसकी जिम्मेदारी सरकार की
होगी। पटवारियों ने 20 जनवरी से अपना विरोध जताना शुरू किया था। पहले दिन से पटवारियों
ने अपने एडिशनल काम करने बंद कर दिए थे। पटवारी हाथ पर काली पट्टी बांधकर काम रहे थे। भ्रष्टाचारी पटवारियों की लिस्ट तैयार करने वाली एजेंसी की
गहन जांच मांग की गई थी। लिस्ट को लीक करने वाले अधिकारी पर कार्रवाई की मांग उठाई
गई थी। लेकिन सरकार की तरफ से अभी तक पटवारियों के प्रोटेस्ट को लेकर कोई भी प्रतिक्रिया
नहीं आई और पटवारी एवं कानूनगो एसोसिएशन ने अपना विरोध खत्म किया और काम पर लौट आए
हैं।