बोले मीडिया में कैसे लीक हुआ नोटिस, होनी चाहिए जांच
आठ पन्नों में पूरे विस्तार से दिया जवाब, और सवाल आए तो दूंगा जवाब
चंडीगढ़, 12 फरवरी (हि.स.)। हरियाणा के परिवहन मंत्री अनिल विज ने पार्टी अध्यक्ष मोहन बड़ौली के जारी कारण बताओ नोटिस का जवाब दे दिया है। विज को तीन दिन के भीतर नोटिस का जवाब देने के लिए कहा गया था। विज को जारी नोटिस की अवधि बुधवार शाम छह बजे समाप्त हाेने वाली थी, लेकिन उन्हाेंने उससे पूर्व ही अपना जवाब दे दिया है।
अनिल विज को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली की तरफ से सोमवार को एक कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। मंगलवार की शाम विज बेंगलुरू से वापस लौटे। हवाई अड्डे पर उन्होंने दावा किया था कि वह घर जाकर इसका जवाब देंगे। विज ने बुधवार को नोटिस का जवाब भेज दिया है। विज ने जवाब में क्या लिखा है इसका खुलासा तो उन्होंने नहीं किया, अलबत्ता उनको जारी नोटिस ने सवाल जरूर खड़े कर दिए हैं।
अनिल विज ने कहा कि उन्हें एक पेज का नोटिस जारी हुआ था, जिसका उन्होंने आठ पेजों में विस्तृत जवाब दे दिया है। विज ने नोटिस के मीडिया में लीक होने पर सवाल उठाते हुए कहा कि पार्टी चाहे तो इसकी जांच कराए या नहीं, यह उनकी मर्जी। उन्होंने कहा कि यह दो लोगों के बीच का कम्यूनिकेशन था। मुझे सबसे पहले मीडिया के माध्यम से ही नोटिस के बारे में पता लगा।
उन्हाेंने कहा कि मैं तीन दिन के लिए राज्य से बाहर गया था। बेंगलुरु से रात काे लाैट कर घर आया। ठंडे पानी से नहाया। रोटी खाई और बैठकर मैंने जवाब दे दिया। मैंने समय से पहले जवाब भेज दिया। मुझे 3 दिन का समय दिया गया था। मैंने उसमें ये भी लिखा है कि अगर किसी और बात का जवाब चाहिए तो मुझे बता दें, वह भी मैं लिखकर दे दूंगा। जितना में याद कर सका, सोच सका, मैंने लिखकर दे दिया।
विज ने कहा कि मैंने जो चिट्ठी लिखी है, उसे नष्ट कर दिया है और कतरनें (टुकड़े) जेब में रखी हैं, इन्हें भी जला दूंगा। विज ने कहा कि उन्होंने जवाब में क्या लिखा इसके बारे में वह मीडिया में सार्वजनिक नहीं करेंगे।