कोटा, 14 फ़रवरी (हि.स.)। एक स्टेशन एक उत्पाद योजना का विस्तार करते हुए कोटा मंडल के 19 रेलवे स्टेशनों पर राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान द्वारा डिजाइन किए गए 22 स्टॉल स्थापित किये गए है। इस योजना के तहत स्थानीय उत्पाद को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मंडल के विभिन्न प्रमुख स्टेशनों पर एक स्टेशन योजना के अंतर्गत संचालित किए जा रहे है।
वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक-जनसम्पर्क अधिकारी, कोटा सौरभ जैन के अनुसार लोकल उत्पाद की बिक्री को प्रोत्साहित करने के लिए कोटा, सवाई माधोपुर, भरतपुर, गंगापुर 4 स्टेशनों के स्टॉल को 2 हजार रुपये प्रति माह एवं अन्य सभी 15 स्टेशनों पर मात्र 1 हजार रुपये की दर से एक स्टेशन एक उत्पाद के स्टॉलो का आवंटन किया जा रहा है। साथ ही योजना का लाभ देने के लिए प्रतिमाह 40 यूनिट मुफ्त विद्युत उपभोग करने की छूट एवं स्टॉल की संचालन अवधि को 15 दिन से बढ़ाकर 90 दिन कर दिया गया है। वर्तमान में बयाना- मलाई लड्डू, गंगापुर सिटी-खीरमोहन मिठाई, सवाई माधोपुर ( 2 स्टॉल )- टाईगर पेंटिंग एवं हस्त शिल्प उत्पाद, इंद्रगढ़ सुमेरगंजमंडी-बेसन के लड्डू, कोटा ( 2 स्टॉल )- कोटा डोरिया साड़ी एवं सूट, सुवासरा-संतरे, विक्रमगढ़ आलोट-जैन साहित्य, बून्दी-हस्तनिर्मित पेंटिंग एवं बारां- मांगरोल खादी की बिक्री की जा रही है। इसके अतिरिक्त भरतपुर, रामगंजमंडी, भवानी मंडी, झालावाड़ सिटी, हिंडौन सिटी, श्रीमहावीर जी, छाबरा गुगोर, सोगरिया, लाखेरी एवं डकनिया तालाव जैसे 11 स्टेशनों पर स्थापित स्टॉल की आवंटन अवधि समाप्त होने के कारण इस स्टाल के संचालन के लिए स्थानीय बुनकर, स्वयं सहायता समूह एवं महिला सामाजिक संस्थानों से आवेदन आमंत्रित किए गए है। इच्छुक आवेदक अपना आवेदन डीआरएम कार्यालय के वाणिज्य विभाग के खानपान अनुभाग या संबंधित स्टेशन अधीक्षक या स्टेशन मास्टर के कार्यालय में अपना आवेदन दे सकते है।
वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक सौरभ जैन ने बताया कि वन स्टेशन वन प्रोडक्ट स्टॉलों पर यात्रियों द्वारा सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रही है। इस योजना का उद्देश्य स्थानीय उत्पादों की बिक्री को बढ़ावा और लघु उद्यमियों को प्रोत्साहन देना है।