-संगम नोज पर श्रद्धालुओं पर हेलिकॉप्टर से पुष्प वर्षा-गंगा तट पर स्थित कोटेश्वर महादेव मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़-कोटेश्वर महादेव मंदिर से निकलेगी शिव बारात-श्रद्धालु संगम घाट से झूंसी की तरफ डायवर्ट किए गए-60 प्रतिशत से अधिक सनातनियों ने लगायी आस्था की डुबकी
महाकुम्भ नगर, 26 फरवरी (हि.स.)। आज महाकुम्भ का अंतिम दिन है। संगम पर डुबकी लगाने के लिए भारी भीड़ उमड़ी है। मेला प्रशासन के मुताबिक महाशिवरात्रि पर सुबह 8 बजे तक 60 लाख 12 हजार श्रद्धालु पतित पावनी गंगा, श्यामल यमुना और अंत:सलिता सरस्वती की त्रिवेणी में आस्था की डुबकी लगा चुके हैं। जिन लोगों ने स्नान कर लिया है, वे काफी उत्साहित दिखे। बता दें, 13 जनवरी से अब तक 65 करोड़ 49 लाख श्रद्धालु संगम में डुबकी लगा चुके हैं। संगम में डुबकी लगाने वालों की यह संख्या 200 देशों की जनसंख्या से ज्यादा है।
आधी रात से शुरू हो गया स्नान : संगम किनारे तड़के दूधिया रोशनी के बीच आधी रात के बाद से ही महिलाएं, पुरूष, युवा, बच्चे और दिव्यांगों ने हर हर महादेव, हर हर गंगे, ऊं नम: शिवाय, तथा कुछ श्रद्धालुओं ने मौन रहकर पुण्य की डुबकी लगानी शुरू कर दी। शीत लहर का झाेंका भी श्रद्धालुओं की आस्था को डिगा नहीं पाया। जैसे़ जैसे दिन चढ़ता गया श्रद्धालुओं के कदम संगम की ओर बढ़ते रहे।
श्रद्धालुओं का लगातार आना जारी : आज महाकुम्भ का आखिरी दिन हैं। लोग आज स्नान कर पुण्य लाभ लेना चाहते हैं। प्रयागराज में लोगों का आना लगातार जारी है। पुलिस लगातार लोगों को आने-जाने की जानकारियां देकर मदद कर रही है। मेला प्रशासन के मुताबिक, 12 किमी लंबे संगम तट पर मंगलवार की आधी रात से 41 घाटों पर देश के कोने-कोने से पहुंचे श्रद्धालुओं ने लगाई अंतिम स्नान पर्व पर पुण्य की डुबकी लगायी। स्नान घाटों पर महिलाओं के लिए बड़ी संख्या में चेंजिंग रूम बनाए गये हैं। सकुशल आयोजन को मेला प्रशासन मुस्तैद है।
भीड़ का रूख संगम की ओर : प्रयागराज जंक्शन, प्रयागराज रामबाग, सिटी स्टेशन, प्रयाग और प्रयाग घाट स्टेशनों से निकल रही भीड़ का रुख संगम ही है। नैनी और छिवकी एवं झूंसी स्टेशन हो या नैनी और झूंसी में बनाए गए अस्थायी बस अड्डों पर भी यही दृश्य बने हैं। शहर से लेकर मेला के प्रवेश मार्गों तक और फिर मेला क्षेत्र के अंदर तक सिर पर गठरी ही गठरी ही दिखाई दे रही है। श्रद्धालुओं का रेला त्रिवेणी में गोता लगाने के लिए 10 से 12 किलोमीटर की दूरी पैदल पूरी कर संगम पहुंच रहा है। चारों ओर आस्था का रेला नजर आ रहा है। मंगलवार आधी रात के बाद से महाशिवरात्रि पर देश-दुनिया के श्रद्धालु पुण्य की डुबकी लगा रहे हैं।
मेले में स्नान के लिए सभी घाटों पर जल पुलिस के जवानों के साथ एनडीआरएफ और पुलिस और प्राइवेट गोताखोर की रेस्क्यू टीम तैनात की गयी है, जिससे किसी भी तरह की स्थिति से समय रहते निबटा जा सके। पुलिसकर्मियों को मेला क्षेत्र में संदिग्ध एवं लावारिस पड़ी वस्तुओं पर नजर रखने के निर्देश दिए गये हैं। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लगातार सक्रियता बरतने का निर्देश दिए गये हैं। नाव में क्षमता से अधिक व्यक्ति नहीं बैठे इसके लिए नजर रखने की हिदायत दी गयी है।
प्रयागराज के शिवालयों में विशेष तैयारी : महाशिवरात्रि के पर्व पर प्रयागराज के शिवालयों खासतौर पर मनकामेश्वर मंदिर, कोटेश्वर महादेव, नागवासुकी मंदिर, दशाश्वमेध मंदिर, सोमेश्वर मंदिर, पडिला महादेव और नागेश्वर धाम समेत आसपास के शिवालयों में खास तैयारी की गई है। इस मौके पर प्रयागराज के शिवालयों में भी शिव भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी है। सुबह की महाआरती के बाद मंदिरों के पट भक्तों के लिए खुल गए हैं। श्रद्धालु संगम में स्नान के बाद शिवालियों में भी भगवान भोले को जलाभिषेक करते हैं।
13 जनवरी से शुरू हुए महायज्ञ का आज समापन : शंकराचार्य स्वामी अधोक्षजानंद देवतीर्थ महराज के सेक्टर-18 हर्षवर्धन मार्ग पर लगे शिविर में विश्व कल्याण और लोगों की उन्नति के लिए विशाल महायज्ञ चल रहा है, जहां रोज 101 आचार्य महायज्ञ को कराने में लगे हुए है। आज इस महायज्ञ का समापन हो जाएगा। यह महायज्ञ पौष पूर्णिमा 13 जनवरी से शुरू हुआ है।
60 फीसदी से अधिक सनातनियों ने लगायी डुबकी : उप्र सरकार के मुताबिक, सनातन धर्म को मानने वाले दुनिया के 60 प्रतिशत से अधिक लोगों ने संगम में स्नान किया। अमेरिका की दोगुनी, रूस की चार गुनी और जापान की पांच गुनी से अधिक आबादी ने संगम में डुबकी लगाई। उप्र सरकार ने कहा- यह मानव इतिहास का सबसे बड़ा आयोजन है। इससे पहले इतनी बड़ी संख्या में लोगों के सहभागी होने के प्रमाण नहीं हैं।
नया कीर्तिमान बनाएगा श्रद्धालुओं का आंकड़ा : महाकुम्भ का आज आखिरी दिन है। सुबह 8 बजे तक 60.12 लाख लोग स्नान कर चुके हैं। पिछले 44 दिन में 65 करोड़ 49 लाख श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई। महाशिवरात्रि पर्व स्नान के साथ ही 45 दिनों तक चले महाकुम्भ का समापन हो जाएगा। आज शिवरात्रि पर 3 करोड़ श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान है। यानी, कुल आंकड़ा 66 से 67 करोड़ तक पहुंच जाएगा।