—चारों पहर की विशेष आरती देख शिवभक्त निहाल, शयन आरती तक बाबा का दर्शन
वाराणसी, 27 फरवरी (हि.स.)। शिव—शक्ति मिलन के महापर्व महाशिवरात्रि पर काशी पुराधिपति बाबा विश्वनाथ के दरबार में दर्शन पूजन का श्रद्धालुओं ने पिछले सभी रिकार्ड को ध्वस्त कर दिया। दरबार में मंगला आरती से लेकर चारों प्रहर की आरती तक कुल 11,69,553 श्रद्धालुओं ने हाजिरी लगाई। इसमें आम श्रद्धालुओं से लेकर हजारों नागा साधु-संत, विभिन्न अखाड़ों के पीठाधीश्वर, महामंडलेश्वर, श्री महंत, वीआईपी मेहमान भी शामिल हैं।
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के अनुसार प्रात:09 बजे 2 लाख 37 हजार, 335, अपराह्न तीन बजे तक 4 लाख 56 हजार 589, सायंकाल सात बजे 6 लाख 67 हजार 855, रात दस बजे तक 08 लाख 29 हजार 708, रात 12 बजे तक बाबा विश्वनाथ की प्रथम प्रहर की आरती तक 09 लाख सात हजार 435 श्रद्धालुओं ने दर्शन पूजन कर लिया। गुरुवार तड़के बाबा की तृतीय और चतुर्थ प्रहर की आरती और बाबा का शृंगार किया गया। महापर्व पर पूरी रात में चारों प्रहर की आरती के दौरान भी श्री काशी विश्वनाथ महादेव का झांकी दर्शन अनवरत चल ता रहा। न्यास के अनुसार तीसरे प्रहर की आरती तड़के 03:30 बजे से प्रारम्भ होकर प्रातः 04:30 बजे समाप्त हुई और झांकी दर्शन सतत् चलता रहा। वहीं चतुर्थ प्रहर की आरती प्रातः 05:00 बजे से प्रारम्भ होकर प्रातः 06:15 बजे समाप्त हुई और झांकी दर्शन सतत् चलता रहा। गुरुवार को पूरे दिन और रात की शयन आरती तक श्रद्धालु बाबा के पावन ज्योर्तिलिंग का झांकी दर्शन कर सकेंगे। दर्शन पूजन शयन आरती तक अनवरत चलता रहेगा।
बाबा के आंगन में नागा संतों ने श्रीशिवतांडव स्त्रोतम का किया पाठ
महापर्व महाशिवरात्रि पर श्री काशी विश्वनाथ धाम में दिव्य नजारा दिखा। महाकुंभ की महाशिवरात्रि पर दशनामी नागा अखाड़ों के नागा संन्यासियों ने भव्य शोभायात्रा के साथ श्री काशी विश्वनाथ धाम में प्रवेश किया। हाथ में गदा, त्रिशूल, तलवार, भाला लिए शरीर पर भस्म रमाए नागा सन्यासी श्री काशी विश्वनाथ धाम के गेट नंबर- चार पर पहुंचे। धाम के द्वार पर नागा सन्यासियों के भव्य स्वागत मंदिर के सीईओ विश्व भूषण एवं डिप्टी कलेक्टर शंभू शरण ने किया। डमरू दल की अगवानी और गुलाब के फूलों की पंखुड़ियों की वर्षा के बीच नागा सन्यासियों ने श्री काशी विश्वनाथ धाम में प्रवेश किया। हर हर महादेव के गगनभेदी उद्घोष के बीच नागा संन्यासियों ने श्री काशी विश्वनाथ महादेव का विधि-विधान से दर्शन पूजन किया। मंदिर न्यास के अनुसार संतों ने सनातन धर्म के कल्याण की कामना को लेकर नागा सन्यासियों ने श्री काशी विश्वनाथ महादेव का अभिषेक किया। इसके बाद नागा सन्यासियों ने महादेव के प्रांगण में श्रीशिवतांडव स्त्रोतम का पाठ किया। मंदिर न्यास की ओर से नागा सन्यासियों के दर्शन पूजन को देखते हुए चाक-चौबंद व्यवस्था की गई थी। नागा सन्यासियों के लिए धाम में रेड कारपेट बिछाई गई थी एवं उनके सुगम दर्शन पूजन के लिए मंदिर न्यास के अधिकारी एवं कर्मचारी हर प्वाइंट पर मुस्तैद रहे। दर्शन पूजन करने के बाद नागा सन्यासी सभी सनातनधर्मियों को सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देकर श्री काशी विश्वनाथ धाम से रवाना हुए।