-व्यक्तित्व विकास में उपयोगी है दूरस्थ शिक्षा : प्रो. सत्यकाम-कुम्भ मेला में दूरस्थ शिक्षा जागरूकता शिविर का समापन
प्रयागराज, 28 फरवरी (हि.स.)। उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय के महाकुम्भ नगर के सेक्टर 7 में स्थित दूरस्थ शिक्षा जागरूकता शिविर के समापन समारोह में कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम ने कहा कि शिविर के माध्यम से आधिकाधिक लोगों को विश्वविद्यालय के कार्यक्रमों के बारे में जानकारी दी गई। उन्होंने कहा कि कुम्भ अध्ययन में प्रमाण पत्र कार्यक्रम की सफलता का श्रेय महाकुम्भ को जाता है।
कुलपति ने कहा कि हजारों लोगों ने इस कार्यक्रम में प्रवेश लेने में दिलचस्पी दिखाई। पूरे मेला क्षेत्र में पंपलेट के माध्यम से कार्यक्रम का प्रचार-प्रसार किया गया। विश्वविद्यालय ने महाकुम्भ में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए कुंभ गाइड की व्यवस्था की। इसके साथ ही जागरूकता शिविर में अनेक श्रद्धालुओं के ठहरने की व्यवस्था की गई। कुलपति ने इसके लिए शिविर के नोडल अधिकारी डॉक्टर भदौरिया की सराहना की। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय का प्रयास हमेशा जन-जन तक शिक्षा को पहुंचाना है। दूरस्थ शिक्षा किसी भी उम्र में ग्रहण की जा सकती है। दूरस्थ शिक्षा व्यक्तित्व विकास में अत्यंत उपयोगी है।
प्रो. सत्यकाम ने कहा कि हमें विश्वविख्यात कुंभ मेले की मेजबानी करने का सुअवसर मिला। ऐसे अवसर पर हमारा विश्वविद्यालय परिवार महाकुम्भ में आए श्रद्धालुओं की हरसंभव सहायता एवं सेवा कर अपने सामाजिक दायित्व का निर्वहन करने में तत्पर रहा। उन्होंने कहा कि दूरस्थ शिक्षा जागरूकता शिविर आगे भी इसी तरह शिक्षा का प्रचार-प्रसार करता रहेगा।
मुक्त विवि के मीडिया प्रभारी डॉ. प्रभात चंद्र मिश्र ने बताया कि, इसके पूर्व शिविर के नोडल अधिकारी डॉ. अनिल कुमार सिंह भदौरिया ने कुलपति प्रो. सत्यकाम का स्वागत किया। डॉ. मनोज कुमार सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन किया।