मीरजापुर, 28 फ़रवरी (हि.स.)। बंटोगे तो लुटोगे। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश सिंह टिकैत ने शुक्रवार को धौरूपुर स्थित एक लाॅन में पत्रकार वार्ता के दौरान प्रदेश सरकार को सीधी चुनौती देते हुए यह नया नारा दिया। महाकुंभ की व्यवस्थाओं की तारीफ की, लेकिन किसानों के मुद्दों पर सरकार को घेरा। टिकैत ने ट्रैक्टर रैली और किसान मजदूर महापंचायत को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि महाकुंभ की व्यवस्था शानदार थी लेकिन यह योगी का नहीं, कुंभ का फंड था। अगर सही व्यवस्था न होती, तो पूरा शहर तबाह हो जाता।
टिकैत ने हिंदू पहचान पर जोरदार हमला करते हुए कहा कि इस देश में दो तरह के हिंदू हैं। नरवरिया हिंदू और भारतीय हिंदू। जो अभी पैदा हुए हैं, वे नरवरिया हैं, जबकि हम भारतीय हिंदू हैं। उन्होंने कुंभ स्नान पर सीएम योगी पर तंज कसते हुए कहा कि जो लोग अभी नहीं नहाए, वे जल्दी कर लें, वरना आगे परेशानी होगी।
टिकैत ने मोदी सरकार के 2047 तक भारत विकसित के वादे पर सीधा हमला बोला। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि 2047 तक किसान की जमीन खत्म हो जाएगी, सब कुछ पूंजीपतियों के पास चला जाएगा। चमचमाती इमारतों के पीछे झुग्गियां होंगी, यही इनका विकास है। उन्होंने दावा किया कि किसान आंदोलन के बाद 709 नए किसान संगठन बने, लेकिन सरकार इन्हें तोड़ने की साजिश कर रही है।
सरकार की नीतियों पर जोरदार प्रहार करते हुए टिकैत ने नया नारा दिया। वे कहते हैं ‘बंटोगे तो कटोगे’, लेकिन हम कहते हैं ‘बंटोगे तो लुटोगे’। उन्होंने किसानों को एकजुट रहने की चेतावनी दी और नए आंदोलन के संकेत दिए।