Tue, Jul 1, 2025
29.3 C
Gurgaon

पश्चिम बंगाल में फर्जी पासपोर्ट रैकेट : गिरफ्तार एजेंट की बांग्लादेश भागने की थी योजना

कोलकाता, 30 दिसंबर (हि. स.)। पश्चिम बंगाल में फर्जी पासपोर्ट रैकेट से जुड़े एजेंट मनोज गुप्ता को कोलकाता पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उनकी बांग्लादेश भागने की योजना थी। कोलकाता पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, इसी इरादे से वह उत्तर 24 परगना जिले के गाइघाटा में किराए के मकान में रहने लगा था, जो बांग्लादेश की अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास स्थित है।

मनोज गुप्ता इस रैकेट में शामिल सातवें और आखिरी आरोपित है, जिन्हें पुलिस ने 15 दिसंबर से अब तक गिरफ्तार किया है। यह रैकेट पश्चिम बंगाल में संचालित हो रहा था और अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों के लिए फर्जी भारतीय पहचान पत्र, जैसे पासपोर्ट, तैयार करता था।

कोलकाता पुलिस के अनुसार, अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद मनोज गुप्ता को शक हो गया था कि अब अगला नंबर उसका हो सकता है। यह डर तब और बढ़ गया जब पुलिस ने बेहला स्थित फर्जी ट्रैवल एजेंसी से जुड़े उसके सहयोगी दीपंकर दास को गिरफ्तार कर लिया।

इसके बाद गुप्ता ने गाइघाटा में रहने का फैसला किया, जो न केवल बांग्लादेश सीमा के करीब है, बल्कि वहां का कुछ हिस्सा बिना बाड़ वाला और बेहद संवेदनशील है।

जांच में यह भी पता चला है कि गुप्ता ने गाइघाटा में जिस कमरे में शरण ली थी, उसे उसने मकान मालिक से सीधे किराए पर नहीं लिया था। यह कमरा एक महिला के नाम पर किराए पर लिया गया था, और गुप्ता ने उसे अनौपचारिक रूप से कुछ पैसे देकर कब्जा किया था।

इन सब तथ्यों के आधार पर जांच अधिकारियों का मानना है कि गुप्ता बांग्लादेश भागने की तैयारी कर रहा था।

——-

फर्जी पासपोर्ट बनाने का तरीका :

जांच में खुलासा हुआ है कि यह रैकेट अवैध घुसपैठियों के लिए एक सुनियोजित प्रक्रिया के तहत काम करता था। सबसे पहले घुसपैठियों को भारत की सीमा पार कर सुरक्षित स्थानों, खासकर सीमावर्ती गांवों में शरण दी जाती थी। इसके बाद उन्हें फर्जी राशन कार्ड उपलब्ध कराए जाते थे, जो अन्य दस्तावेजों, जैसे वोटर आईडी, पैन कार्ड और आधार कार्ड, बनाने का आधार बनते थे। अंत में, इन फर्जी दस्तावेजों के आधार पर पासपोर्ट बनवाए जाते थे। पुलिस अब इस रैकेट के अन्य सदस्यों और उनके काम करने के तरीके की गहराई से जांच कर रही है।

Hot this week

Ratan Tata ने अपनी वसीयत में पेटडॉग का भी रखा ध्यान, जानिए अब कौन करेगा Tito की देखभाल

 हाल ही में देश के सबसे बड़े औद्योगिक घराने...

गंगा नदी के हालात का आकलन करने के लिए पर्यावरणविदों का विशेष अभियान

कोलकाता, 25 जनवरी (हि.स.)कोलकाता की एक पर्यावरण संस्था ‘मॉर्निंग...
spot_img

Related Articles

Popular Categories