अमेठी, 11 अप्रैल (हि.स.)। कूटरचित दस्तावेजों के सहारे सेवानिवृत्त फौजी की बेशकीमती जमीन को कांग्रेसी नेता ने अपने नाम करवा लिया था। यह कांग्रेसी नेता जनपद मुख्यालय गौरीगंज नगर पालिका से पूर्व में कांग्रेस का प्रत्याशी भी रह चुका है। इस कांग्रेसी नेता का अच्छा खासा आपराधिक इतिहास भी मौजूद है। फौजी की जमीन गलत तरीके से बैनामा करवाने के मामले में कांग्रेसी नेता सहित कुल 8 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार करते हुए जेल भेज दिया है।
प्राप्त जानकारी सिक्के अनुसार जिले की तिलोई तहसील क्षेत्र अंतर्गत गड़ेहरी गांव के रहने वाले सेवानिवृत्त फौजी हरपाल सिंह पुत्र जगपाल ने मोहनगंज कोतवाली पुलिस को तहरीर देते हुए आरोप लगाया था कि गौरीगंज के रहने वाले कांग्रेसी नेता अरुण मिश्रा ने फर्जी आधार कार्ड सहित अन्य दस्तावेजों के सहारे उसकी करोड़ों कीमत की बेशकीमती जमीन को अपने नाम करवा लिया है। वादी की तहरीर पर पुलिस ने कांग्रेसी नेता अरुण मिश्रा समेत तीन नामजद अभियुक्तों के खिलाफ 7 अप्रैल को मुकदमा पंजीकृत करते हुए जांच शुरू कर दी थी। इसके बाद मोहनगंज थाने की पुलिस ने कांग्रेसी नेता अरुण मिश्रा, दिलीप कुमार सिंह पुत्र चंद्रपाल सिंह, अनिल पुत्र अवसान, दिनेश कुमार पासी पुत्र सियाराम, वेद नारायण पांडे पुत्र साहस नाथ पांडे, अश्वनी तिवारी पुत्र श्रीकांत तिवारी, सुरेश कुमार पुत्र रामदेव और रुचि पुत्री चंद्रभान को गिरफ्तार कर लिया।
पकड़े गए सभी आरोपितों के पास से एक लैपटॉप और एक टाटा सफारी गाड़ी भी बरामद हुई है। मुख्य आराेपित अरुण कुमार मिश्रा गौरीगंज कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत पूरे गंगाधर मजरे टिकरिया गांव का रहने वाला है। वर्ष 2023 में सम्पन्न हुए नगर निकाय चुनाव में गौरीगंज नगर पालिका से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव भी लड़ चुका है। यही नहीं उत्तर प्रदेश के कई जिलों में उसके ऊपर करीब 17 गम्भीर आपराधिक मामले दर्ज हैं।
इस मामले में तिलोई सर्कल के पुलिस क्षेत्राधिकारी राजकुमार सिंह ने बताया कि मूल खाताधारक हरपाल सिंह द्वारा द्वारा सम्पूर्ण समाधान दिवस में 5 अप्रैल 2025 को प्रार्थना पत्र दिया गया था। जिसकी जांच में प्रथमदृष्टया अपराध होना पाया गया था। इसके बाद प्रार्थना पत्र के आधार पर अभियोग पंजीकृत करते हुए घटना के अनावरण हेतु टीमों का गठन किया गया था। जिसके क्रम में घटना का अनावरण करते हुए 8 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।