गाजियाबाद, 28 अप्रैल (हि.स.)। जुगलबंदी लर्निंग स्टूडियो ने अपना 18वां वार्षिक दिवस ‘रागा 2025’ साहिबाबाद गाजियाबाद स्थित आईपीईसी ऑडिटोरियम में धूमधाम से मनाया। इस अवसर पर कलाकारों ने अपनी कला की जोरदार प्रस्तुति दी। इस कार्यक्रम में खासबात यह रही कि तीन साल से 70 साल के विद्यार्थियों ने अपनी प्रतिभा दिखाई।
छात्रों ने गिटार, वायलिन, बांसुरी, तबला और ड्रम जैसे वाद्ययंत्रों पर बेहतरीन प्रदर्शन किया। साथ ही शास्त्रीय और वेस्टर्न गायन में भी अपनी प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन किया। यह आयोजन वर्षों से स्टूडियो की समर्पित टीम के किए गए मार्गदर्शन और मेहनत का सजीव प्रमाण था।
संस्थान के निदेशक एवं संस्थापक दीपेश गुप्ता ने इस अवसर पर संस्थान की प्रेरणादायक यात्रा के बारे में साझा किया। उन्होंने बताया कि जुगलबंदी की शुरुआत वर्ष 2005 में वसुंधरा सेक्टर-5 से हुई थी और तब से यह निरंतर प्रगति कर रहा है। उन्होंने स्टूडियो के लक्ष्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जुगलबंदी बच्चों और वयस्कों को संगीत और नृत्य की विभिन्न विधाओं में प्रशिक्षित कर उनकी प्रतिभाओं को निखारने और उन्हें व्यावसायिक ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है। जुगलबंदी के छात्र राज्य और राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं, छात्रवृत्ति कार्यक्रमों और प्रतिष्ठित रियलिटी शोज़ में निरंतर भाग लेकर कई पुरस्कार अर्जित कर चुके हैं।
इस अवसर की मुख्य अतिथि मीता राय (पूर्व प्राचार्य एवं निदेशक, डीपीएस इंदिरापुरम) रहीं, जिन्होंने अपनी विशेष प्रस्तुति से समारोह को और भी खास बना दिया। कार्यक्रम में सेंटर इंचार्ज मीनाक्षी बिष्ट, सचिव रितेश सक्सेना तथा शिक्षक शालिनी चावला, कृष्ण दत्त त्रिपाठी, जोसेफ बसुमतारी, हेमंत, माधव सिंह, कोमल बिष्ट और कीर्ति की उपस्थिति भी रहीं।