Mon, Nov 10, 2025
25 C
Gurgaon

बलरामपुर पहाड़ी कोरवा आत्महत्या मामले में तीन अन्य आरोपित गिरफ्तार

बलरामपुर, 12 मई (हि.स.)। बलरामपुर जिले के बरियों पुलिस चौकी अंतर्गत ग्राम भेस्की में विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा समुदाय के बुजुर्ग भईरा की आत्महत्या मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। कोरवा परिवार की संयुक्त जमीन हड़पने के मामले में पुलिस ने रविवार शाम तीन और आरोपितों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों में ग्राम पिंडरा निवासी व्यापारी अमित गुप्ता (34), राजपुर निवासी महेन्द्र अग्रवाल (52) और पटवारी रजाउल हसन (38) शामिल हैं। पटवारी रजाउल मूलतः लुंड्रा थाना क्षेत्र के ग्राम उदारी का निवासी है। उस पर आरोप है कि पूरे रैकेट को संरक्षण दिया और पुलिस को गुमराह किया है।

रुपये का लेनदेन भी फर्जीः जांच के दौरान पुलिस ने पाया कि उक्त राशि प्रियंका ट्रेडर्स के खाते से आरटीजीएस के माध्यम से भेजी गई थी, जो आरोपित अमित गुप्ता संचालित करता है। पूछताछ में उसने बताया कि महेन्द्र अग्रवाल (प्रवीण व विनोद का बड़ा भाई) के कहने पर उसने खाता नंबर दिया और पैसे भेजे गए। बाद में यह राशि बलरामपुर के जोगी पेट्रोल पंप से नकद निकाल ली गई। इससे पहले पुलिस ने शिवाराम नगेशिया, उदय शर्मा और एक महिला आरोपित कमला को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया था।

चौकी बरियों में इस मामले में बीएनएस के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है। बलरामपुर पुलिस अधीक्षक वैभव बैंकर के निर्देशन में गठित विशेष टीम में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विश्व दीपक त्रिपाठी और एसडीओपी कुसमी शामिल हैं। मामले में तहसीलदार व उप पंजीयक सहित तीन आरोपित फरार हैं। विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा समुदाय की की भूमि की बिक्री बिना सक्षम अधिकारी के अनुमति नहीं हो सकती। इसके बावजूद हल्का पटवारी ने नक्शा (बी-1) और चौहद्दी देकर रजिस्ट्री का रास्ता साफ किया। उप पंजीयक ने भी बिना आवश्यक अनुमति के रजिस्ट्री की, जिससे नियमों की अवहेलना हुई।

कैसे हुआ जमीन का फर्जीवाड़ा

मृतक भईरा के पुत्र संतलाल ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उनके परिवार की ग्राम भेस्की स्थित संयुक्त भूमि को कुछ लोगों ने फर्जी तरीके से अपने नाम करा लिया। इस साजिश में शिवाराम नवकी, विनोद अग्रवाल, प्रवीण अग्रवाल, महेन्द्र कुमार गुप्ता राजपुर, उदय शर्मा (परसागुड़ी), हल्का पटवारी राहुल सिंह और तत्कालीन तहसीलदार व उप पंजीयक यशवंत कुमार शामिल है। शिकायत के अनुसार, बिना सभी खातेदारों की सहमति और बिना सक्षम अधिकारियों (कलेक्टर /एसडीएम) की अनुमति के, पहाड़ी कोरवा परिवार की भूमि की रजिस्ट्री शिवाराम के नाम कर दी गई। आरोप है कि यह रजिस्ट्री चौदह लाख रुपये का चेक देकर की गई, जो बैंक ऑफ बड़ौदा, अंबिकापुर से जारी हुआ था।

Archita phukan का वायरल वीडियो लिंक, क्या है नजारा?

असम की सोशल मीडिया सनसनी Archita phukan, उर्फ बेबीडॉल आर्ची, ने ‘डेम अन ग्रर’ पर बोल्ड डांस वीडियो से इंटरनेट पर धूम मचा दी। लेकिन MMS लीक और पॉर्न इंडस्ट्री की अफवाहों ने विवाद खड़ा कर दिया। वीडियो में क्या है नजारा, और क्या है सच?

SGT University में नजीब जंग ने की डिस्टेंस और ऑनलाइन एजुकेशन सेंटर की घोषणा!

SGT यूनिवर्सिटी में नजीब जंग ने सिर्फ प्रेरणा नहीं दी, बल्कि एक नई शिक्षा क्रांति की नींव भी रखी। क्या है इसकी खासियत?

SGT विश्वविद्यालय में रक्तदान शिविर: चरक जयंती पर मानवता की अनमोल मिसाल

SGT विश्वविद्यालय में चरक जयंती पर लगे रक्तदान शिविर ने आयुर्वेद की मूल भावना – सेवा और करुणा – को जीवंत किया।

Ratan Tata ने अपनी वसीयत में पेटडॉग का भी रखा ध्यान, जानिए अब कौन करेगा Tito की देखभाल

 हाल ही में देश के सबसे बड़े औद्योगिक घराने...
spot_img

Related Articles

Popular Categories