निवाड़ी, 31 मई (हि.स.)। पुष्य नक्षत्र में ओरछा के रामराजा सरकार के दर्शन के लिए आए एक श्रद्धालु को हार्टअटैक आ गया। ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों ने श्रद्धालु को संभाला और सीपीआर दिया। श्रद्धालु की हालत बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल ले जाया गया। यहां उनकी मौत हो गई। घटना के समय जिले के एसपी रायसिंह नरवरिया मंदिर के बाहर व्यवस्थाओं का जायजा ले रहे थे।
जानकारी के अनुसार बहादुर पुरा रोन भिंड के रहने वाले जनक बघेल (50) अपने दोस्तों के साथ रामराजा के दर्शन करने आए थे। दोपहर करीब 12 बजे जैसे ही वे मंदिर में प्रवेश करने वाले थे उन्हें चक्कर आ गए। ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों ने उन्हें संभाला और कुर्सी पर बैठाया। हालत बिगड़ने पर इंस्पेक्टर संदीप यादव ने सीपीआर देना शुरू किया। श्रद्धालु की हालत बिगड़ने पर तुरंत बिना देरी के ओरछा थाना प्रभारी रामबाबू शर्मा ने थाने की गाड़ी से यथार्थ हॉस्पिटल ले जाया गया। जहां कुछ देर चले इलाज के बाद उनकी मौत हो गई। वहीं दूसरी तरफ स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही भी इस घटना में सामने आई। मंदिर परिसर में न तो कोई डॉक्टर मौजूद था और न ही प्राथमिक चिकित्सा के उपकरण। बीपी मशीन जैसी बुनियादी सुविधाएं भी नहीं थीं। इससे भी चिंताजनक यह रहा कि वहां रखी दवाइयां एक्सपायर्ड पाई गईं। बताया जा रहा है कि जनक अपने साथी संतोष शर्मा और संजीव दास गुप्ता के साथ रोन भिंड से पुष्य मेले में रामराजा के दर्शन करने आया था।
इस पूरे मामले में ओरछा थाना प्रभारी रामबाबू शर्मा ने बताया कि यथार्थ हॉस्पिटल में इलाज के दौरान भिंड के जनक बघेल की मौत हो गई। रामलीला मंदिर के मुख्य गेट के बाहर दर्शन के दौरान उन्हें हार्ट अटैक आया था। उन्हें बचाने की बहुत कोशिश की लेकिन नहीं बचा पाये। घटना के समय जिले के एसपी रायसिंह नरवरिया मंदिर के बाहर व्यवस्थाओं का जायजा ले रहे थे।