मुंबई, 4 जून (हि.स.)।
विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर ठाणे महानगरपालिका (TMC) ने ‘ग्रीन ठाणे अभियान’ के तहत अगले एक वर्ष में दो लाख से अधिक पेड़ लगाने का संकल्प लिया है। इस हरित पहल की औपचारिक शुरुआत 5 जून को की जाएगी। पिछले वर्ष मनपा ने डेढ़ लाख पौधे लगाए थे, और इस बार लक्ष्य इससे भी बड़ा है।
🌱 स्थानीय प्रजातियों के पौधों को मिलेगा प्राथमिकता
इस अभियान में पर्यावरण के अनुकूल और स्थानीय पारिस्थितिकी तंत्र से जुड़ी देशी वृक्ष प्रजातियों को प्राथमिकता दी जा रही है। इसमें शामिल हैं:
- पलाश, बेल, नीम, कंचन, सीताशोक, जांभोल, पारिजातक, शीशम, कोकम, करंज, बांस, शिवन, तगर आदि।
मियावाकी पद्धति, जो घने और टिकाऊ जंगल तैयार करने की जापानी तकनीक है, के तहत 30 हजार पौधे लगाए जाएंगे।
🛠️ अभियान की योजना और प्रगति
- कुल लक्ष्य: 2,05,000 वृक्ष
- अब तक लगाए गए वृक्ष: 18,500
- बाकी वृक्षों के लिए चरणबद्ध कार्यक्रम तैयार
- बांस की प्रजाति के 50,000 पौधे लगाने की योजना
- कॉलशेत क्षेत्र में लगेंगे 20,000 पेड़
- अटकोली में 5,000 बांस के वृक्ष लगाए जाएंगे
👥 समुदाय की भागीदारी से हरित भविष्य की ओर
अभियान में शहर के नागरिकों, निजी संस्थानों, स्कूलों-कॉलेजों, सामाजिक संगठनों और सरकारी कार्यालयों को भी जोड़ा जा रहा है। वृक्षारोपण को एक सामूहिक जन आंदोलन का रूप देने की दिशा में कदम बढ़ाए जा रहे हैं।
वृक्ष अधिकारी राजेश सोनवाने ने बताया कि यह वृक्षारोपण अभियान क्षेत्रीय वन विभाग और संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान के सहयोग से भी संचालित होगा, जहां लगभग 1 लाख 30 हजार पौधे लगाए जाएंगे।
🧑🏫 पिछले वर्ष की उपलब्धियां
उद्यान अधीक्षक केदार पाटिल ने बताया कि पिछले वर्ष 1,27,000 पौधे लगाए गए थे, जिनमें:
- 49,244 पेड़ वार्ड स्तर पर
- 5,400 पेड़ स्कूलों और कॉलेजों में
- 11,000 बांस के पौधे मेट्रो लाइन के नीचे
- संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान में 60,000 पौधे, जिनमें से 20,000 मियावाकी पद्धति से लगाए गए
🌍 ठाणे बनेगा हरित विकास का मॉडल
यह अभियान ठाणे को एक हरित और सतत शहर के रूप में विकसित करने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। मनपा आयुक्त सौरभ राव के नेतृत्व में चल रहा यह अभियान न केवल पर्यावरण सुरक्षा को बढ़ावा देगा, बल्कि जलवायु परिवर्तन, प्रदूषण और जैव विविधता संरक्षण जैसे मुद्दों पर भी जागरूकता बढ़ाएगा।