📍 नैनीताल, 5 जून (हि.स.) — ऐतिहासिक शेरवुड कॉलेज के 156वें स्थापना दिवस पर बुधवार को भव्य समारोह का आयोजन किया गया। उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से.नि.) मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे और विद्यालय की गौरवशाली परंपरा, अनुशासन और नेतृत्व की भावना को नमन किया।
🏫 शेरवुड: शिक्षा, इतिहास और नेतृत्व का संगम
राज्यपाल ने कहा:
“शेरवुड कॉलेज केवल एक शैक्षणिक संस्थान नहीं, बल्कि यह एक जीवंत विरासत है, जहां इतिहास, अनुशासन और नेतृत्व की भावना एक साथ पनपती है।“
उन्होंने कॉलेज के दो महान पूर्व छात्रों का उल्लेख किया:
- फील्ड मार्शल सैम मानेकशॉ — भारतीय सेना के सर्वोच्च सेनानायक।
- परमवीर चक्र विजेता मेजर सोमनाथ शर्मा — भारत के पहले परमवीर चक्र सम्मानित शहीद।
🧠 विद्यार्थियों को दिया भविष्य की तैयारी का संदेश
राज्यपाल ने विद्यार्थियों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, जलवायु परिवर्तन और वैश्विक प्रतिस्पर्धा जैसे उभरते विषयों के लिए तैयार रहने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा:
“अमृतकाल के 25 वर्ष भारत के पुनर्निर्माण के वर्ष होंगे। विद्यार्थियों की भूमिका आत्मनिर्भर भारत और विश्वगुरु भारत के निर्माण में महत्वपूर्ण होगी।“
🎭 छात्रों की प्रस्तुतियों ने बटोरी सराहना
कार्यक्रम की झलकियाँ:
- सामूहिक गायन और अंग्रेज़ी नाटक ‘द ट्वेल्थ नाइट’
- मार्च पास्ट, मशाल प्रस्तुति, टम्बलायर पीटी, मास पीटी और जिमनास्टिक
राज्यपाल ने इन प्रस्तुतियों को “अनुशासन, समन्वय और शक्ति का प्रतीक” बताया।
🏅 सम्मान व सहभागिता
- दीर्घकालिक सेवा देने वाले शिक्षकों और कर्मचारियों को सम्मानित किया गया।
- विशिष्ट अतिथि: एस अब्बासी, पूर्व विशेष मुख्य सचिव, असम।
- उपस्थिति: प्रथम महिला गुरमीत कौर, प्रधानाचार्य अमनदीप संधू, पूर्व छात्रगण, अभिभावकगण, और विभिन्न विद्यालयों के प्रधानाचार्य।
👉 निष्कर्ष:
राज्यपाल द्वारा शेरवुड कॉलेज की विरासत को सम्मान देना और विद्यार्थियों को भविष्य की चुनौतियों के लिए प्रेरित करना एक प्रेरणादायक संदेश है। यह समारोह शेरवुड की शिक्षा, संस्कृति और देशभक्ति की मिसाल को और भी मजबूत बनाता है।




