📍 पटना, 5 जून (हि.स.) — संपूर्ण क्रांति दिवस के अवसर पर राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को लोकनायक जयप्रकाश नारायण को श्रद्धांजलि अर्पित की। यह राजकीय समारोह पटना के गांधी मैदान के समीप आयोजित हुआ, जहां नेताओं ने पुष्पांजलि अर्पित कर जेपी को श्रद्धासुमन अर्पित किए।
🇮🇳 जेपी आंदोलन की ऐतिहासिक विरासत को किया गया याद
5 जून 1974 को जयप्रकाश नारायण द्वारा शुरू किया गया संपूर्ण क्रांति आंदोलन भारतीय लोकतंत्र के इतिहास का एक मील का पत्थर रहा। यह दिन आज भी राजनीतिक और सामाजिक परिवर्तन के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है।
🗣️ राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने साझा किया मंच
समारोह में राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने एक साथ मंच साझा करते हुए:
- जेपी के विचारों को नमन किया
- राष्ट्र निर्माण में उनके योगदान को रेखांकित किया
- लोकतंत्र की रक्षा के लिए युवाओं से जागरूक और सक्रिय रहने की अपील की
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा:
“संपूर्ण क्रांति के महानायक एवं स्वतंत्रता सेनानी लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी को नमन। उनका विचार और संघर्ष आज भी हमें प्रेरणा देते हैं।”
👥 वृहद उपस्थिति रही समारोह में
इस राजकीय श्रद्धांजलि कार्यक्रम में उपस्थित रहे:
- राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान
- मुख्यमंत्री नीतीश कुमार
- कई कैबिनेट मंत्री
- प्रशासनिक अधिकारी
- विधायक और जनप्रतिनिधि
🔍 संपूर्ण क्रांति दिवस — लोकतंत्र के सशक्तिकरण का दिन
हर साल 5 जून को मनाया जाने वाला यह दिवस:
- जनता के आन्दोलन और नेतृत्व की शक्ति को दर्शाता है।
- युवाओं के लोकतांत्रिक चेतना को जागृत करता है।
- जेपी के “संपूर्ण क्रांति” के विचार — राजनीतिक, सामाजिक, आर्थिक और नैतिक परिवर्तन की मांग — को दोहराता है।
📌 निष्कर्ष
लोकनायक जयप्रकाश नारायण की क्रांति आज भी युवाओं को सच्चे लोकतंत्र के लिए संघर्ष की प्रेरणा देती है। उनकी विरासत को सम्मान देना केवल अतीत को याद करना नहीं, बल्कि वर्तमान और भविष्य के भारत को जागरूक और उत्तरदायी बनाना है।
🕊️ “सत्ता नहीं परिवर्तन चाहिए” — यही था जेपी का संदेश, जो आज भी उतना ही प्रासंगिक है।




