📍 गोरखपुर, 5 जून (हि.स.) — महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के कृषि संकाय में तृतीय वर्ष के छात्र अमित कुमार चौधरी ने कम लागत में ऑयस्टर मशरूम का सफल उत्पादन कर एक अनुकरणीय मॉडल प्रस्तुत किया। यह प्रयोगात्मक परियोजना कृषि संकाय के अधिष्ठाता डॉ. विमल कुमार दुबे एवं सहायक प्राध्यापक डॉ. विकास कुमार यादव के मार्गदर्शन में सम्पन्न हुई।
🍄 सीमित संसाधनों का कुशल उपयोग
अमित ने स्थानीय कृषि अपशिष्ट जैसे गेहूं की भूसी और पराली का उपयोग कर पर्यावरण संरक्षण के साथ लाभकारी एवं व्यावसायिक कृषि की संभावनाओं को प्रदर्शित किया।
🌟 नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा
अधिष्ठाता डॉ. दुबे और सहायक प्राध्यापक डॉ. यादव ने कहा कि यह प्रयास विद्यार्थियों में उद्यमिता, नवाचार और व्यावहारिक दक्षता को प्रोत्साहित करेगा और परंपरागत कृषि से आगे सोचने की दिशा देगा।
🎓 विश्वविद्यालय की सराहना
कुलपति डॉ. सुरेंद्र सिंह ने अमित के इस नवोन्मेषी कार्य की प्रशंसा की और कहा कि इससे शोध, नवाचार और स्वरोजगार को बढ़ावा मिलेगा। कुलसचिव डॉ. प्रदीप कुमार राव ने भी हार्दिक शुभकामनाएं दीं।
🚀 भविष्य की योजना
अधिष्ठाता स्टार्टअप डॉ. पुरोहित ने इस मॉडल को व्यावसायिक स्तर पर शुरू करने की योजना कृषि संकाय के समक्ष प्रस्तुत की है।
🌼 सार
कम लागत एवं पर्यावरणीय सजगता के साथ मशरूम उत्पादन का यह मॉडल विश्वविद्यालय के लिए नवाचार और व्यावसायिकता की मिसाल है, जो छात्रों के लिए प्रेरणास्रोत बनेगा।