📍 जयपुर, 5 जून (हि.स.) – गंगा दशहरा के पावन अवसर पर जयपुर के गोविंद देव जी मंदिर में भक्ति और श्रद्धा का विशेष वातावरण देखने को मिला। इस दिन को पतित पावनी माँ गंगा के धरती पर अवतरण दिवस के रूप में मनाया गया, जहां श्रद्धालुओं ने पुण्य लाभ के साथ सेवा धर्म का पालन किया।
🔱 ठाकुर जी का गंगाजल से अभिषेक
गोविंद देव जी मंदिर में ठाकुर जी को गंगाजल से स्नान कराकर सफेद धवल पोशाक पहनाई गई। फूल बंगला झांकी सजाई गई और दोपहर में ठाकुर जी को जल विहार कराया गया। गर्भगृह में फव्वारे के माध्यम से शीतलता प्रदान की गई। भगवान को आम, जामुन, फालसे, तरबूज जैसे मौसमी फलों का भोग लगाया गया और खस व गुलाब के शरबत अर्पित किए गए।
🌊 गंगा माता मंदिरों में श्रद्धा का सैलाब
- गोविंद देव जी मंदिर के पीछे स्थित गंगा माता मंदिर में भी दिनभर श्रद्धालुओं की भीड़ रही।
- निंबार्क संप्रदाय के अनुसार गंगाजी—गोपाल जी मंदिर में स्वर्ण कलश में गंगोत्री से लाया गया गंगाजल पूजन हेतु रखा गया और श्रद्धालुओं को वितरित किया गया।
- गलताजी में स्वामी अवधेशाचार्य महाराज के सान्निध्य में गालव गंगा की महाआरती और गोमुख पूजन किया गया।
- स्टेशन रोड स्थित गंगा मंदिर में पुष्पों से गंगा माता का भव्य श्रृंगार किया गया और भक्तों ने गंगा लहरी का पाठ कर पुण्य अर्जित किया।
🤝 सेवा के माध्यम से पुण्य
- जगतपुरा रेलवे स्टेशन पर समाजसेवी वीडी तिवारी और उनके सहयोगियों द्वारा मिल्क रोज का वितरण किया गया। सैकड़ों यात्रियों और राहगीरों ने इसका लाभ उठाया।
- दान-पुण्य में लोगों ने आटा, चावल, उड़द, गुड़, पंखे और शरबत जरूरतमंदों को वितरित किए।
- सेवा धर्म को सनातन संस्कृति का अभिन्न अंग बताते हुए समाजसेवियों ने सेवा में जुटे कार्यकर्ताओं को सम्मानित भी किया।