📍 काठमांडू, 6 जून (हि.स.)
अमेरिका ने नेपाल को दिया गया टेंपररी प्रोटेक्टेड स्टेटस (TPS) रद्द कर दिया है, जिससे अमेरिका में रह रहे 7,000 से अधिक नेपाली नागरिक सीधे तौर पर प्रभावित होंगे। यह स्टेटस 2015 में नेपाल में आए विनाशकारी भूकंप के बाद मानवीय आधार पर प्रदान किया गया था।
🇺🇸 क्या है यह TPS सुविधा?
- TPS यानी टेंपररी प्रोटेक्टेड स्टेटस एक ऐसा विशेष दर्जा है जो अमेरिका सरकार उन देशों के नागरिकों को देती है जहां प्राकृतिक आपदा, युद्ध या किसी और असाधारण स्थिति के कारण लोग अपने देश नहीं लौट सकते।
- यह स्टेटस धारकों को अमेरिका में अस्थायी रूप से रहने, काम करने और निर्वासन से सुरक्षा प्रदान करता है।
❌ अब क्यों हटाया गया TPS?
- अमेरिकी डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्योरिटी (DHS) की सचिव क्रिस्टी नोएम ने कहा कि नेपाल अब TPS मापदंडों पर खरा नहीं उतरता।
- 5 अगस्त 2025 की रात 11:59 बजे यह स्टेटस औपचारिक रूप से समाप्त हो जाएगा।
🧾 प्रभावित लोगों के लिए क्या निर्देश हैं?
- यदि किसी नेपाली नागरिक के पास कोई वैध आप्रवासन दस्तावेज नहीं है, तो उन्हें अमेरिका छोड़ने की तैयारी करनी होगी।
- CBP One मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से वे अपने प्रस्थान की प्रक्रिया को सुविधाजनक बना सकते हैं।
⚠️ महत्वपूर्ण पृष्ठभूमि:
- 2015 में आए भूकंप के बाद नेपालियों को यह सुविधा मिली थी।
- डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल में पहले भी 1,000 से अधिक नेपाली नागरिकों को अमेरिका से डिपोर्ट किया गया था।
- अब TPS रद्द होने के बाद बाकी नागरिकों को भी अमेरिका छोड़ना पड़ेगा यदि उनके पास वैध वीज़ा या आव्रजन आधार नहीं है।
📣 इस फैसले का असर:
- अमेरिका में नेपाली प्रवासी समुदाय में चिंता और अनिश्चितता बढ़ गई है।
- नेपाल सरकार पर भी अब दायित्व होगा कि वह इन नागरिकों की वापसी और पुनर्वास की योजनाएं बनाए।
- अमेरिका में कार्यरत नेपाली छात्रों और श्रमिकों के लिए भी यह खबर झटका हो सकती है, यदि उनके वीजा अन्यथा सुरक्षित नहीं हैं।
🔁 आगे क्या?
- प्रभावित नागरिकों को 60 दिनों की नोटिस अवधि दी गई है।
- कानूनी विकल्प तलाशने या स्थानांतरण योजनाएं बनाने के लिए यह समय महत्वपूर्ण होगा।
👉 यदि आप या कोई जानने वाला नेपाली TPS के अंतर्गत अमेरिका में रह रहा है, तो उसे इमिग्रेशन वकील से परामर्श करने की सलाह दी जाती है।