📍 अररिया, 6 जून (हि.स.) — फारबिसगंज अनुमंडल अंतर्गत रहीकपुर ठीलामोहन पंचायत के गुरमी वार्ड संख्या-12 में परमान नदी के तेज कटाव के चलते दर्जनों घर खतरे की जद में आ गए हैं। नदी के कटान ने स्थानीय निवासियों की नींद उड़ा दी है, और वे लगातार विस्थापन के भय में जी रहे हैं।
🌊 कटाव का कारण:
नेपाल की ओर से आने वाली केसरिया सहित पहाड़ी नदियों के पानी के कारण परमान नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता-घटता रहता है। इस उतार-चढ़ाव से नदी अपने किनारों को तेजी से काट रही है, जिससे स्थानीय बस्तियों पर खतरा मंडरा रहा है।
📆 2017 की तबाही के बाद से हालात बिगड़े:
2017 में आई विनाशकारी बाढ़ ने पूरे इलाके में भारी तबाही मचाई थी। तब से अब तक परमान नदी निरंतर तटीय इलाकों का क्षरण कर रही है, लेकिन प्रभावी कटाव निरोधी उपाय नहीं किए गए हैं।
📣 ग्रामीणों की गुहार अनसुनी:
स्थानीय ग्रामीणों ने कई बार प्रशासन और जनप्रतिनिधियों से गुहार लगाई, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। कटाव के कारण भूमि और घर लगातार नदी में समा रहे हैं।
🗣️ राजद नेता ने लिया जायजा:
शुक्रवार को राजद जिला प्रधान महासचिव मनोज विश्वास ने अपने समर्थकों के साथ कटावग्रस्त क्षेत्र का दौरा किया। उन्होंने प्रभावित ग्रामीणों से बातचीत की और जिला प्रशासन से अविलंब कटाव निरोधी कार्य शुरू करने की मांग की।
🧱 मांगें एवं सुझाव:
- कटाव स्थल पर तत्काल जियो बैग्स, स्पर, और बोल्डर निर्माण कार्य शुरू हो।
- प्रभावित परिवारों को अस्थायी आश्रय व पुनर्वास की व्यवस्था दी जाए।
- दीर्घकालिक समाधान के लिए परमान नदी पर नियोजित तटबंध और नियंत्रण योजना लागू की जाए।
⚠️ निष्कर्ष:
परमान नदी का कटाव एक बड़ी आपदा का संकेत दे रहा है। यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो दर्जनों परिवारों का विस्थापन और जानमाल का भारी नुकसान तय है। अब देखना यह है कि प्रशासन और सरकार इस विकराल होती स्थिति को कब और कितनी गंभीरता से लेते हैं।