राजस्थान में गुर्जर आरक्षण आंदोलन एक बार फिर जोर पकड़ रहा है। भरतपुर जिले के बयाना क्षेत्र स्थित पीलूपुरा के कारवारी शहीद स्मारक पर रविवार को आयोजित महापंचायत में गुर्जर समाज ने सरकार को आरक्षण और लंबित नियुक्तियों को लेकर अल्टीमेटम दिया। महापंचायत का नेतृत्व गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के अध्यक्ष विजय बैंसला ने किया।
🔸 मुख्य मांगे और चेतावनी
महापंचायत में वक्ताओं ने सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए चेताया कि यदि जल्द ठोस आश्वासन नहीं मिला, तो रेलवे ट्रैक जाम सहित आंदोलन तेज किया जाएगा। रीट-2018, रीट-2021, पशु चिकित्सा भर्ती-2019 और आरजेएस जैसी नियुक्तियों में समझौते के अनुसार नियुक्ति की मांग भी उठाई गई।
🔸 प्रदेशभर से जुटे गुर्जर
दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और जम्मू-कश्मीर सहित कई राज्यों से गुर्जर समाज के लोग ट्रैक्टर, जीप और बसों से महापंचायत स्थल पर पहुंचे। गांव में पानी और अन्य सुविधाओं की व्यवस्था की गई।
🔸 सरकार की प्रतिक्रिया
गृह राज्यमंत्री जवाहर सिंह बेढम ने कहा कि सरकार बिना आंदोलन के भी संवाद के लिए तैयार है। उन्होंने संघर्ष समिति से प्रतिनिधिमंडल भेजकर वार्ता शुरू करने की अपील की। उनका कहना था कि लोकतंत्र में सभी को अपनी बात रखने का अधिकार है, लेकिन जब सरकार बातचीत को तैयार है तो आंदोलन की जरूरत नहीं है।
🔸 प्रशासनिक सतर्कता और सुरक्षा इंतजाम
- महापंचायत स्थल और उसके आसपास कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई।
- बयाना-हिंडौन स्टेट हाईवे पर ट्रैफिक डायवर्ट कर वैकल्पिक मार्ग निर्धारित किए गए।
- दिल्ली-मुंबई रेलवे ट्रैक, जो महापंचायत स्थल से मात्र 150 मीटर दूर है, पर विशेष निगरानी रखी जा रही है ताकि आवागमन बाधित न हो।