📍 भोपाल/इंदौर, 9 जून (हि.स.)
इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी की शिलांग में हुई रहस्यमयी मौत के बाद, उसकी पत्नी सोनम रघुवंशी को 17 दिन बाद गाजीपुर (उत्तर प्रदेश) से गिरफ्तार कर लिया गया है। इस गिरफ्तारी को लेकर राजा के परिजन पुलिस और मीडिया के दावों पर सवाल उठा रहे हैं।
🔹 गिरफ्तारी या सरेंडर?
राजा के भाई विपिन रघुवंशी ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि:
“सोनम ने सरेंडर नहीं किया, बल्कि उसे यूपी पुलिस ने गिरफ्तार किया है।”
- विपिन ने बताया कि सोनम के भाई ने उन्हें सुबह 2 बजे कॉल कर सरेंडर की बात कही थी, लेकिन यूपी पुलिस ने पुष्टि की कि गिरफ्तारी हुई है।
- विपिन ने यह भी दोहराया कि सोनम इस केस की मुख्य आरोपी है और जब तक वह खुद कुछ कबूल नहीं करती, परिजन उसे दोषी मानते रहेंगे।
🕵️♀️ मेघालय पुलिस पर उठे सवाल
- अभी तक पोस्टमार्टम रिपोर्ट परिवार को नहीं दी गई है।
- परिजनों ने जांच में पारदर्शिता और निष्पक्षता की मांग की है।
💔 मां उमा रघुवंशी की पीड़ा
- उमा ने कहा कि राजा का शिलांग जाने का कोई कार्यक्रम नहीं था।
“राजा ने कहा था, सोनम टिकट बुक कर चुकी है, अब क्या करूं?”
- सोनम के मिलने की खबर पर उमा ने कहा:
“जब मैंने उसे देखा, उसके शरीर पर एक भी खरोंच नहीं थी। अगर कोई उसे किडनैप करता तो कुछ निशान तो होते।”
- उमा ने बेटे को याद करते हुए भावुक होकर कहा:
“रात को उसकी फोटो के सामने बैठती हूं और कहती हूं – जिसने भी तेरे साथ गलत किया, उसे ढूंढ के ला बेटा।”
👫 सोनम और राजा का रिश्ता: परिवार की नजर में
- दोनों ने मर्जी से शादी की थी और परिवार खुश था।
- विपिन ने कहा:
“कभी नहीं लगा कि वे दुखी हैं। सब कुछ सामान्य था।”
📌 निष्कर्ष:
राजा रघुवंशी हत्याकांड में अब तक की सबसे बड़ी प्रगति सोनम की गिरफ्तारी है। परिजनों की मानें तो कई सवाल अब भी अनुत्तरित हैं – क्या सोनम दोषी है? क्या यह पूर्व नियोजित साजिश थी? या फिर कुछ और?
सच्चाई सामने लाने के लिए जांच का निष्पक्ष और पारदर्शी होना बेहद जरूरी है।