📍 हुगली, 9 जून (हि.स.) — उत्तरपाड़ा की ऐतिहासिक 160 साल पुरानी रथ यात्रा इस बार संकट में नजर आ रही है। सोमवार को एक केबल टीवी ऑपरेटर की गाड़ी ने ओल्ड जीटी रोड पर खड़े रथ को टक्कर मार दी, जिससे वह गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गया।
🔴 हादसे की मुख्य बातें:
- दुर्घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
- वाहन की टक्कर से रथ पास के एक गैरेज के शटर को तोड़ते हुए अंदर घुस गया।
- रथ का ढांचा बुरी तरह टूट गया, जिससे रथ यात्रा के आयोजन को लेकर अनिश्चितता पैदा हो गई है।
🛑 कई सवाल खड़े:
- स्थानीय नागरिकों ने नगर पालिका की लापरवाही, अवैध पार्किंग, और सड़क किनारे निर्माण सामग्री के अव्यवस्थित भंडारण को जिम्मेदार ठहराया है।
- नागरिकों का कहना है कि प्रशासन इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा, जिससे इस तरह की दुर्घटनाएं हो रही हैं।
🗣️ पुजारी का बयान:
मुख्य पुजारी बीरेश्वर मजूमदार ने कहा,
“यह पहली बार है जब रथ यात्रा को लेकर संशय की स्थिति बन गई है। नहीं पता इस बार हम रथ यात्रा निकाल भी पाएंगे या नहीं।”
👮♂️ पुलिस की कार्रवाई:
- दुर्घटना के तुरंत बाद चालक और वाहन को पुलिस हिरासत में ले लिया गया है।
⚠️ राजनीतिक प्रतिक्रिया:
- भाजपा नेता पंकज राय ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा:
“दीदी दीघा में जगन्नाथ मंदिर का उद्घाटन कर रही हैं, और उत्तरपाड़ा में बेकाबू वाहन भगवान के रथ को तोड़ रहे हैं।”
📌 निष्कर्ष:
उत्तरपाड़ा की यह रथ यात्रा सिर्फ धार्मिक आस्था का प्रतीक नहीं बल्कि सांस्कृतिक विरासत का हिस्सा भी है। इस दुर्घटना से न सिर्फ आयोजन पर संकट गहराया है, बल्कि यह भी उजागर हुआ कि प्रशासनिक निगरानी और व्यवस्था की कमी किस तरह परंपराओं को चोट पहुँचा सकती है। अब सभी की निगाहें प्रशासन और आयोजन समिति पर टिकी हैं — क्या इस 160 साल पुरानी परंपरा को इस वर्ष भी जीवित रखा जा सकेगा?