वाराणसी, 12 जून (हि.स.)।
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री रामनाथ ठाकुर ने गुरुवार को किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि रोहिणी नक्षत्र में धान की रोपाई शुभ मानी जाती है। इस समय की गई रोपाई से पौधों की वृद्धि तेज होती है और अधिक उपज प्राप्त होती है।
🌾 गवई भाषा में संवाद पर जोर
वाराणसी के कल्लीपुर स्थित कृषि विज्ञान केंद्र में आयोजित विकसित कृषि संकल्प अभियान के समापन समारोह में ठाकुर ने कहा:
“कृषि वैज्ञानिक खेतों में जाकर किसानों की भाषा में संवाद करें, तभी उनकी समस्याओं को सही तरीके से समझा और हल किया जा सकेगा।”
🧪 वैज्ञानिकों को दिए ये सुझाव:
- खेती की लागत घटाएं और आय बढ़ाएं
- नई तकनीकें किसानों को उनकी भाषा में समझाएं
- खेत खलिहानों में जाकर काम करें, सिर्फ बैठकों से समाधान नहीं होगा
📉 उपज बढ़ाने पर जोर
कार्यक्रम में आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, कुमारगंज (अयोध्या) के कुलपति कर्नल (डॉ.) बिजेन्द्र सिंह ने बताया:
- पंजाब की तुलना में उत्तर प्रदेश की उत्पादकता कम है
- इसके लिए:
- समतलीकरण और समय से बुवाई जरूरी
- हरी खाद (ढैंचा, सनई) से मिट्टी की जैविक गुणवत्ता सुधरेगी
- मल्चिंग, टपक व बौछारी सिंचाई विधियां अपनानी चाहिए
🥦 बागवानी और पशुपालन पर जागरूकता
- भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) के उप महानिदेशक (उद्यान) ने बताया:
- कृषि संकल्प अभियान से पूर्वी भारत में बागवानी, मत्स्य पालन, पशुपालन, दलहन-तिलहन को मिला बढ़ावा
- किसानों को बहु-आयामी खेती अपनाने की सलाह दी
👨🌾 उपस्थित अधिकारीगण:
- उप कृषि निदेशक अमित जायसवाल
- जिला कृषि अधिकारी संगम सिंह
- भूमि संरक्षण अधिकारी डॉ. अशोक कुमार यादव
- जिला कृषि रक्षा अधिकारी सहित कई विशेषज्ञ