📍 मुरादाबाद, 12 जून (हि.स.) — मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास योजना के तहत बैंकों की धीमी प्रगति और उदासीनता पर जिलाधिकारी अनुज सिंह ने कड़ा रुख अपनाया। गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक में डीएम ने बैंकों को जमकर फटकार लगाई और शीघ्र सुधार के निर्देश दिए।
💬 क्या है मामला?
बैंकों द्वारा:
- मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना
- मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास योजना
- राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन
के अंतर्गत ऋण वितरण में ढिलाई बरती जा रही है। अधिकांश ऋण आवेदन लंबित हैं, जिससे युवाओं और महिलाओं को रोजगार के अवसर नहीं मिल पा रहे।
📉 प्रगति की स्थिति
- प्रथमा बैंक: सबसे ज्यादा लंबित मामले (SHG क्रेडिट लिंकिंग में)
- एसबीआई, पीएनबी, बीओबी: ऋण स्वीकृति में कमजोर प्रदर्शन
- कुल जमा राशि: ₹30,465.25 करोड़
- कुल ऋण राशि: ₹20,336.56 करोड़
📢 डीएम के निर्देश
- लंबित ऋण आवेदनों का जल्द निस्तारण करें
- लक्ष्य के अनुरूप ऋण वितरण सुनिश्चित करें
- संबंधित शाखा प्रबंधक व्यक्तिगत रूप से ज़िम्मेदारी लें
- प्रदर्शन सुधारने पर विशेष निगरानी रखी जाएगी
👥 उपस्थित अधिकारी
- संयुक्त आयुक्त उद्योग: योगेश कुमार
- उपनिदेशक कृषि: संतोष द्विवेदी
- एलडीएम: पंकज सरन
📝 निष्कर्ष: डीएम का यह सख्त संदेश स्पष्ट करता है कि बैंकों की लापरवाही अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी, और योजनाओं का लाभ पात्र लोगों तक समय पर पहुंचाना प्रशासन की प्राथमिकता है।