📍 कोलकाता, 13 जून (हि.स.) — अहमदाबाद के मेघानिनगर में गुरुवार को हुए विमान हादसे ने देशभर को झकझोर कर रख दिया है। Air India की लंदनगामी ड्रीमलाइनर फ्लाइट के दुर्घटनाग्रस्त होने और 242 लोगों की मौत की खबर ने कोलकाता एयरपोर्ट के आसपास बसे लाखों नागरिकों की चिंता बढ़ा दी है।
🏘️ माइकेलनगर, न्यू बैरकपुर, बिराटी, गंगानगर, मध्यमग्राम, चिनार पार्क, राजारहाट, न्यू टाउन जैसे इलाके कोलकाता एयरपोर्ट के रनवे के उत्तर-दक्षिण दिशा में स्थित हैं, जहां से हर दिन सैकड़ों विमानों का उड़ान संचालन होता है। अहमदाबाद की घटना के बाद इन इलाकों में डर और असुरक्षा का माहौल बन गया है।
🛫 हर दिन 350 से ज्यादा उड़ानें, रिहायशी इलाकों के ऊपर से गुजरते हैं विमान
कोलकाता एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) के मुताबिक, नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से प्रतिदिन 350 से अधिक विमान टेक-ऑफ और लैंडिंग करते हैं, जो उपरोक्त रिहायशी इलाकों के ऊपर से गुजरते हैं।
👨👩👧👦 स्थानीय निवासियों की राय
- माइकेलनगर निवासी सचिन मिस्त्री कहते हैं:
“पहले कभी डर महसूस नहीं हुआ, लेकिन अहमदाबाद की दुर्घटना ने सोचने पर मजबूर कर दिया है। अगर हमारे इलाके में ऐसा हो गया तो?” - न्यू बैरकपुर की गृहिणी मिनती पाल ने चिंता जताते हुए कहा:
“हर दिन सिर के ऊपर से बड़े-बड़े विमान गुजरते हैं, अब तो डर लगने लगा है कि अगर कोई नीचे गिरा तो क्या होगा?” - वहीं बिराटी के सॉफ्टवेयर इंजीनियर सोहम हलदार ने कहा:
“हादसे कहीं भी हो सकते हैं। डर से जीना बंद नहीं कर सकते, लेकिन सतर्कता जरूरी है।”
🧭 क्या है समाधान?
विशेषज्ञों के अनुसार, ऐसे रिहायशी क्षेत्रों में अत्याधुनिक एयर ट्रैफिक तकनीक, नियमित विमान चेकअप और वैकल्पिक उड़ान मार्गों पर विचार करना ज़रूरी है ताकि किसी बड़ी अनहोनी से बचा जा सके।