Sat, Jun 21, 2025
28.5 C
Gurgaon

मध्य प्रदेश बनेगा भारत-फ्रांस सांस्कृतिक और पर्यटन सहयोग का नया केंद्र

📍 भोपाल, 13 जून (हि.स.) — मध्य प्रदेश और फ्रांस के बीच सांस्कृतिक और पर्यटन क्षेत्र में दीर्घकालिक सहयोग के लिए त्रिपक्षीय एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए हैं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की उपस्थिति में हुए इस समझौते से प्रदेश को वैश्विक मंच पर सांस्कृतिक राजधानी के रूप में स्थापित करने की दिशा में बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।

🎭 सांस्कृतिक साझेदारी की नई शुरुआत
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस अवसर पर कहा, “यह समझौता प्रदेश के कलाकारों और शिल्पकारों को अंतरराष्ट्रीय पहचान देगा। हमारी सरकार मध्य प्रदेश को सांस्कृतिक एवं पर्यटन का वैश्विक केंद्र बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फ्रांस यात्रा के बाद द्विपक्षीय संबंध और सशक्त हुए हैं।”

🤝 हस्ताक्षरकर्ता और उद्देश्य
भोपाल स्थित समत्व भवन में हुए इस कार्यक्रम में फ्रांस के राजदूत डॉ. थिएरी मथौ, संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव शिव शेखर शुक्ला और अलायंस फ्रांसेज डी भोपाल के अध्यक्ष अखिलेश वर्मा ने समझौते पर हस्ताक्षर किए। यह एमओयू तीन वर्षों के लिए वैध रहेगा और आपसी सहमति से इसे आगे बढ़ाया जा सकेगा।

🌍 फ्रांस की प्रतिक्रिया
भारत में फ्रांस के राजदूत डॉ. थिएरी मथौ ने कहा, “हमें खुशी है कि हम मध्य प्रदेश के साथ साझेदारी कर रहे हैं। यह सहयोग कला, पर्यटन और शिक्षा के क्षेत्र में नए द्वार खोलेगा। फ्रांस, भारत के साथ अपने ऐतिहासिक संबंधों को और मजबूत करना चाहता है।”

🗓️ प्रमुख पहलें

  • संयुक्त रूप से इंडो-फ्रेंच संस्कृतिक कैलेंडर का निर्माण
  • पर्यटन सामग्री का फ्रेंच भाषा में अनुवाद
  • स्थानीय गाइड्स और अधिकारियों को फ्रेंच भाषा का प्रशिक्षण
  • कला, संगीत, नृत्य, सिनेमा, खानपान और अन्य संस्कृतिक उत्सवों का आयोजन

💬 मुख्यमंत्री डॉ. यादव का बयान
“यह समझौता न सिर्फ सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देगा, बल्कि पर्यटन और शिल्प के क्षेत्र में भी युवाओं और उद्यमियों को वैश्विक अवसर प्रदान करेगा।”

🧾 प्रमुख बिंदु: समझौते से जुड़ी मुख्य बातें

मध्य प्रदेश बनेगा इंडो-फ्रेंच सहयोग का केंद्र

स्थानीय कलाकारों को मिलेगा वैश्विक मंच

फ्रेंच पर्यटकों को आकर्षित करने विशेष प्रयास

संयुक्त सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन

फ्रेंच भाषा में प्रशिक्षण एवं प्रचार सामग्री

🕊️ सांस्कृतिक एकता का संदेश
यह एमओयू भारत और फ्रांस के बीच सांस्कृतिक सेतु के रूप में कार्य करेगा। इससे न सिर्फ मध्य प्रदेश की लोक कला और परंपराओं को विश्वभर में पहचान मिलेगी, बल्कि दोनों देशों के बीच आपसी समझ और सहयोग भी गहरा होगा।

👥 उपस्थित गणमान्य व्यक्ति
समारोह में प्रमुख सचिव उद्योग राघवेंद्र कुमार सिंह, फ्रांस के कौंसुल जनरल जीन-मार्क सेरे-शार्ले, फ्रांसीसी दूतावास के प्रतिनिधि, और अलायंस फ्रांसेज के वरिष्ठ सदस्य भी उपस्थित रहे।

Hot this week

Ratan Tata ने अपनी वसीयत में पेटडॉग का भी रखा ध्यान, जानिए अब कौन करेगा Tito की देखभाल

 हाल ही में देश के सबसे बड़े औद्योगिक घराने...

गंगा नदी के हालात का आकलन करने के लिए पर्यावरणविदों का विशेष अभियान

कोलकाता, 25 जनवरी (हि.स.)कोलकाता की एक पर्यावरण संस्था ‘मॉर्निंग...
spot_img

Related Articles

Popular Categories