📍 रांची, 16 जून (हि.स.) — गिरिडीह के डुमरी प्रखंड में पंचायत सेवक सुखलाल महतो की खुदकुशी के मामले में आजसू नेता संजय मेहता ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग, नई दिल्ली को पत्र लिखकर न्याय की मांग की है।
⚖️ क्या है मामला?
संजय मेहता ने अपने पत्र में लिखा कि यह केवल आत्महत्या का मामला नहीं बल्कि मानवाधिकारों के गंभीर उल्लंघन और सरकारी पदाधिकारियों द्वारा मानसिक उत्पीड़न का स्पष्ट उदाहरण है।
मृतक ने आत्महत्या से पहले लिखे पत्र में बीडीओ समेत तीन अधिकारियों पर मानसिक प्रताड़ना और सार्वजनिक अपमान का आरोप लगाया था।
⚠️ साजिश और दबाव की आशंका
मेहता ने संदेह जताया कि चूंकि मामला सरकारी अधिकारियों से जुड़ा है, इसलिए तथ्यों को दबाने या छेड़छाड़ की कोशिश की जा सकती है। उन्होंने तीखा आरोप लगाया कि “यहां तो मुंसिफ ही चोर है,” और इसलिए मानवाधिकार आयोग की निष्पक्ष जांच बेहद जरूरी है।
📜 मामले में हुई कार्रवाई
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने संजय मेहता की शिकायत पर संज्ञान लेते हुए केस संख्या 14015/IN/2025 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। अब जांच शुरू होने की उम्मीद है।
📌 मुख्य बिंदु
• पंचायत सेवक की खुदकुशी में सरकारी अधिकारियों पर प्रताड़ना का आरोप
• AJSU नेता ने मानवाधिकार आयोग से की निष्पक्ष जांच की मांग
• आयोग ने शिकायत पर लिया संज्ञान, दर्ज किया केस
• मामले में सच्चाई दबाने की जताई आशंका
• न्याय और कार्रवाई के लिए आयोग की भूमिका अहम