नवादा, 17 जून (हि.स.)।
बिहार के नवादा जिले के वारिसलीगंज थाना क्षेत्र में मंगलवार को साइबर ठगी के एक बड़े गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए पुलिस ने तीन साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया। इनके कब्जे से चार एंड्रॉयड मोबाइल फोन और छह पन्नों का संवेदनशील कस्टमर डेटा बरामद किया गया है।
📍 गुप्त सूचना पर हुई छापेमारी
पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि कोंचगांव पंचायत अंतर्गत कांधा गांव के बधार में कुछ युवक साइबर ठगी के धंधे में संलिप्त हैं। सूचना के आधार पर पुलिस ने तुरंत एक टीम गठित कर पेड़ के पास छापेमारी की, जहां से तीन युवकों को मौके पर धर दबोचा गया, जबकि सात अन्य आरोपी पुलिस को चकमा देकर फरार हो गए।
👤 गिरफ्तार आरोपियों की पहचान
- राकेश साव – पिता: उमेश साव, निवासी: कांधा गांव, वारिसलीगंज
- पवन कुमार – पिता: सुरेश राम, निवासी: कांधा गांव, वारिसलीगंज
- प्रदीप कुमार – पिता: अरविन्द प्रसाद, निवासी: लालपुरा गांव, कतरीसराय, नालंदा
📲 जब्त सामान
- 4 एंड्रॉयड स्मार्टफोन
- 6 पन्नों में विस्तृत कस्टमर डाटा शीट
- साइबर धोखाधड़ी से जुड़ी अन्य डिजिटल सामग्री
🎯 ठगी का तरीका
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे खुद को धनी फाइनेंस कंपनी का प्रतिनिधि बताकर, लोन दिलाने के नाम पर लोगों को फोन कर ठगी करते थे। भोलेभाले ग्रामीणों को झांसे में लेकर वे उनसे बैंक डिटेल, OTP, और अन्य जरूरी जानकारी हासिल कर ठगी को अंजाम देते थे। पूछताछ में अन्य फरार आरोपियों के नाम भी उजागर किए गए हैं।
📝 एफआईआर दर्ज, आगे की कार्रवाई जारी
पुअनि संजय कुमार के लिखित आवेदन पर आठ नामजद साइबर अपराधियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई है। गिरफ्तार तीनों आरोपियों से पूछताछ कर साइबर क्राइम नेटवर्क की कड़ियां जोड़ने की कोशिश की जा रही है।
इसकी पुष्टि पकरीबरावां एसडीपीओ महेश कुमार चौधरी व वारिसलीगंज थानाध्यक्ष रूपेश कुमार सिन्हा ने संयुक्त रूप से की है।