तेहरान, 22 जून (हि.स.) — ईरान ने अपने तीन परमाणु प्रतिष्ठानों पर अमेरिका के हमले की कड़ी आलोचना करते हुए इसे संयुक्त राष्ट्र चार्टर और अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन बताया है। ईरान ने वैश्विक समुदाय से अमेरिका की निंदा करने की अपील की है।
⚖️ क्या है मामला?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को फोर्दो, नतांज और इस्फहान स्थित ईरानी परमाणु ठिकानों पर सफल हमले का दावा किया। जवाब में ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अरागची ने कहा कि अमेरिका ने शांतिपूर्ण परमाणु कार्यक्रम पर हमला कर यूएन चार्टर और एनपीटी का उल्लंघन किया है, जिसके “दीर्घकालिक और गंभीर परिणाम होंगे।” उन्होंने कहा कि ईरान अपने हितों और संप्रभुता की रक्षा के लिए हर विकल्प खुला रखता है।
⚠️ क्या बोले संयुक्त राष्ट्र महासचिव?
यूएन महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने हालात पर गहरी चिंता जताई और कहा कि “टकराव बेकाबू हो सकता है,” जिससे क्षेत्रीय और वैश्विक स्तर पर विनाशकारी परिणाम हो सकते हैं।
📜 ट्रंप का दावा
ट्रंप ने रविवार को अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा कि तीनों ठिकानों पर हमले सफल रहे और अमेरिकी विमान सुरक्षित रूप से ईरानी हवाई क्षेत्र से बाहर निकल चुके हैं।
📌 महत्वपूर्ण तथ्य
• ईरान ने हमले को यूएन चार्टर का उल्लंघन बताया
• अमेरिका ने फोर्दो, नतांज और इस्फहान पर किया हमला
• यूएन महासचिव ने टकराव पर जताई चिंता
• ईरान ने सुरक्षा के सभी विकल्प खुले रखे