🕵️♂️ चार साल बाद गिरफ्त में आया आरोपी
वर्ष 2021 के विधानसभा चुनाव के बाद कांकुड़गाछी में BJP कार्यकर्ता अभिजीत सरकार की हत्या हुई थी। उस समय वह लगभग 30 वर्ष का था।
मुख्य आरोपी अरुण दे घटना के बाद से फरार था। CBI ने उसे अब पकड़ लिया है। गिरफ्तारी से पहले उस पर ₹50,000 का इनाम भी घोषित था।
🗓️ हत्या के तुरंत बाद से था फरार
- अरुण दे, नारकेलडांगा का निवासी है।
- हत्या के ठीक बाद से वह अपनी पहचान छिपाकर भाग रहा था।
- CBI की वांछित सूची में उसका नाम सबसे ऊपर था।
⚖️ अब तक क्या हुआ इस केस में?
- कुल 8 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज हुई थी।
- 5 को पहले ही गिरफ्तार किया गया था।
- 2 अन्य को नारकेलडांगा थाने ने पकड़ा।
- बाद में केस CBI को सौंपा गया।
🧨 राजनीतिक आरोप और सवाल
अभिजीत के भाई विश्वजीत सरकार ने तृणमूल विधायक परेश पाल और स्थानीय पार्षद स्वप्न समद्दार पर साजिश में शामिल होने का आरोप लगाया।
उन्होंने CBI से बार-बार पूछा कि जांच कहां तक पहुंची। यह मामला चुनाव बाद की राजनीतिक हिंसा से जुड़ा है।
📌 निष्कर्ष
BJP कार्यकर्ता की हत्या केस में CBI ने अहम कार्रवाई की है। 2026 चुनाव से पहले यह गिरफ्तारी राजनीति में हलचल ला सकती है।