सांख्यिकी है नीति निर्माण की रीढ़
राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस समारोह में कहा कि सांख्यिकी नियोजन का आधार है और यह वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देता है।
वैज्ञानिक दृष्टिकोण से आंकड़ों का महत्व
राज्यपाल ने हरिश्चंद्र माथुर संस्थान में आयोजित समारोह में कहा कि डिजिटल युग में आंकड़े सिर्फ रिपोर्ट नहीं बल्कि विकास की दिशा तय करते हैं। उन्होंने नीति निर्माण में डेटा की भूमिका को अत्यंत महत्वपूर्ण बताया।
प्रो. महालनोबिस को दी श्रद्धांजलि
उन्होंने भारतीय सांख्यिकी के जनक प्रोफेसर प्रशांत चंद्र महालनोबिस के योगदान को याद किया और नेशनल सैंपल सर्वे के 75 वर्ष पूरे होने पर बधाई दी।
विश्वसनीय और समावेशी आंकड़ों की जरूरत
राज्यपाल ने कहा कि सांख्यिकी नियोजन का आधार तभी मजबूत होगा जब डेटा निष्पक्ष, वैज्ञानिक और समय पर होगा। यही आंकड़े भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने के लक्ष्य की ओर ले जा सकते हैं।
उत्कृष्ट अधिकारियों को किया सम्मानित
उन्होंने सांख्यिकी सेवा के अंतर्गत उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारियों को सम्मानित किया और ‘खबरों के झरोखे से’ पुस्तक का लोकार्पण भी किया।
निष्कर्ष
राज्यपाल ने अधिकारियों से आह्वान किया कि आंकड़ों को केवल संग्रह तक सीमित न रखें, बल्कि उन्हें जनकल्याण की योजनाओं में जिम्मेदारी के साथ इस्तेमाल करें।