केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास आठवले ने रायपुर पहुंचने के बाद महाराष्ट्र में चल रहे हिंदी-भाषा विवाद पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने प्राथमिक शिक्षा में क्षेत्रीय भाषाओं को प्राथमिकता देने की वकालत की।
📍 महाराष्ट्र में भाषा विवाद: क्या है मामला?
- महाराष्ट्र में Three Language Formula को लेकर विवाद खड़ा हुआ।
- मराठी समुदाय ने स्कूलों में अन्य भाषाओं के थोपे जाने का विरोध किया।
- देवेंद्र फडणवीस सरकार ने हिंदी को अनिवार्य करने का आदेश रद्द कर दिया।
🏫 आठवले का सुझाव: प्राथमिक शिक्षा में क्षेत्रीय भाषा
रामदास आठवले ने कहा:
“हिंदी हमारी राष्ट्रीय भाषा है, इसका सम्मान जरूरी है। लेकिन कक्षा 1 से 6 तक बच्चों को उनकी क्षेत्रीय भाषा में पढ़ाई दी जानी चाहिए।”
🧮 जातिगत जनगणना पर कांग्रेस को घेरा
आठवले ने जातिगत जनगणना पर भी निशाना साधते हुए कहा:
- कांग्रेस सिर्फ तंज कसना जानती है, जब सत्ता में थी तो फैसला क्यों नहीं लिया?
- मोदी सरकार ने ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए इसे आगे बढ़ाया है।
✝️ धर्मांतरण पर आठवले का कड़ा रुख
उन्होंने कहा:
“अगर कोई स्वेच्छा से धर्म बदलता है, तो ठीक है, लेकिन प्रलोभन या दबाव में धर्मांतरण गलत है।”
“ऐसे मामलों में पूरी जांच और रोक जरूरी है।”
🗳️ बंगाल चुनाव पर बोले: “ममता बनर्जी की विदाई तय”
- भाजपा की फैक्ट-फाइंडिंग कमेटी बंगाल में लगातार बढ़ते अत्याचार की जांच कर रही है।
- आठवले का दावा — अगली बार BJP की सरकार बंगाल में बनना तय।
👥 खड़गे के दौरे पर क्या बोले?
- कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के प्रस्तावित छत्तीसगढ़ दौरे पर बोले आठवले:
- “लोकतंत्र में सभी को सभा का अधिकार है। खड़गे हमारे समाज से हैं, उनका स्वागत है।”