01 जुलाई, नई दिल्ली – अबराम फूड (Abram Food) ने आज BSE SME प्लेटफॉर्म पर शेयर बाजार में एंट्री ली, लेकिन इसकी शुरुआत निवेशकों की उम्मीदों के उलट रही। ₹98 के इश्यू प्राइस पर आए इस IPO की लिस्टिंग ₹90.40 (7.76% डिस्काउंट) पर हुई, जिससे निवेशकों को निराशा हाथ लगी।
🧮 लिस्टिंग के बाद उतार-चढ़ाव, फिर अपर सर्किट
लिस्टिंग के तुरंत बाद शेयर ₹86.01 तक टूट गया, लेकिन फिर कुछ ही घंटों में ₹94.92 के अपर सर्किट तक पहुंच गया। इसके बावजूद पहले दिन की क्लोजिंग पर निवेशकों को 3.14% का शुद्ध नुकसान झेलना पड़ा।
📊 IPO को मिला था जबरदस्त रिस्पॉन्स
- ओवरऑल सब्सक्रिप्शन: 28.49 गुना
- रिटेल पोर्शन: 16.05 गुना
- इश्यू खुला था: 24 से 26 जून
- जुटाई गई राशि: ₹13.99 करोड़
- शेयर इश्यू: 14.28 लाख (₹10 फेस वैल्यू)
कंपनी ने आईपीओ के जरिए जुटाई गई राशि का उपयोग नई मशीनरी, वर्किंग कैपिटल, और कॉर्पोरेट जरूरतों के लिए करने की योजना बनाई है।
📈 कंपनी की फाइनेंशियल परफॉर्मेंस
प्रॉस्पेक्टस के अनुसार अबराम फूड की वित्तीय स्थिति में सुधार देखा गया है:
वित्तीय वर्ष | शुद्ध लाभ (₹ करोड़) | राजस्व (₹ करोड़) |
---|---|---|
2022-23 | 0.48 | ~46.14 |
2023-24 | 1.02 | ~53.78 |
2024-25 | 3.26 | 64.09 |
CAGR: 39% से अधिक राजस्व में बढ़त
🤔 निवेशकों के लिए क्या संदेश?
- IPO में जबरदस्त सब्सक्रिप्शन के बावजूद कमजोर लिस्टिंग यह संकेत देती है कि SME IPOs में वॉल्यूम और सर्किट लिमिट्स के कारण वोलैटिलिटी अधिक होती है।
- शुरुआती घाटा लॉन्ग टर्म में वसूला जा सकता है, लेकिन केवल वित्तीय प्रदर्शन के आधार पर।
✅ निष्कर्ष
अबराम फूड की लिस्टिंग उन निवेशकों के लिए एक सबक है जो IPO में ओवरसब्सक्रिप्शन को ही सफलता की गारंटी मानते हैं। अपर सर्किट पर जाने के बावजूद, यदि शेयर इश्यू प्राइस से नीचे बंद हो रहा है, तो यह सावधानी बरतने का संकेत है।