कलकत्ता हाई कोर्ट ने मोहम्मद शमी को पत्नी और बेटी को ₹4 लाख मासिक गुजारा भत्ता देने का आदेश दिया।
- हसीन जहां को ₹1.5 लाख, बेटी आयरा को ₹2.5 लाख।
- फैसला 1 जुलाई 2025 को जस्टिस अजॉय कुमार मुखर्जी ने सुनाया।
- 2018 से चल रहा है यह कानूनी विवाद।
मामला क्या है?
मोहम्मद शमी और हसीन जहां की शादी 2014 में हुई, 2015 में बेटी आयरा का जन्म।
- 2018 में हसीन ने शमी पर घरेलू हिंसा, दहेज उत्पीड़न और मैच फिक्सिंग के आरोप लगाए।
- हसीन ने ₹10 लाख मासिक गुजारा भत्ता मांगा था।
- शमी ने सभी आरोपों से इनकार किया है।
पहले का आदेश और अपील
2018 में अलीपुर कोर्ट ने शमी को ₹1.3 लाख मासिक देने का आदेश दिया था।
- हसीन ने इसे चुनौती दी, ₹7 लाख (खुद के लिए) और ₹3 लाख (बेटी के लिए) मांगे।
- हाई कोर्ट ने पुराना आदेश संशोधित कर ₹4 लाख तय किया।
- कोर्ट ने कहा: राशि “न्यायपूर्ण और उचित” है।
शमी की आर्थिक स्थिति
मोहम्मद शमी की 2021 में आय ₹7.19 करोड़ थी।
- हसीन के वकील ने शमी की आय के आधार पर अधिक राशि की मांग की।
- कोर्ट ने माना: हसीन की आय राहत देने से इंकार का आधार नहीं।
- शमी बेटी की शिक्षा के लिए अतिरिक्त राशि दे सकते हैं।


कानूनी विवाद की पृष्ठभूमि
हसीन जहां ने 2018 में जादवपुर पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज की थी।
- आरोप: शारीरिक-मानसिक उत्पीड़न और बेटी की उपेक्षा।
- शमी पर दहेज उत्पीड़न और BCCI अनुबंध रद्द करने के दावे।
- मामला 7 साल से कोर्ट में चल रहा है।
शमी का क्रिकेट करियर
मोहम्मद शमी 2025 में चोट और फॉर्म से जूझ रहे हैं।
- इंग्लैंड टेस्ट सीरीज से बाहर, IPL में सनराइजर्स हैदराबाद के लिए खेला।
- कोर्ट का फैसला उनके लिए दोहरा झटका।
- क्या शमी मैदान पर वापसी करेंगे?
हसीन जहां की प्रतिक्रिया
हसीन जहां ने कोर्ट के फैसले को “सर्वश्रेष्ठ पल” बताया।
- बोलीं: “7 साल तक मुझे बहुत संघर्ष करना पड़ा।”
- बेटी को बेहतर स्कूल में दाखिला न दे पाने का दुख।
- कोर्ट के फैसले से मिली राहत।
अगला कदम क्या?
निचली अदालत को 6 महीने में मामले का निपटारा करने का आदेश।
- अगली सुनवाई 21 अप्रैल 2025 को होगी।
- क्या शमी अपील करेंगे या फैसला मानेंगे?
- मामला अभी और गरमाएगा या शांत होगा?
मोहम्मद शमी का यह कानूनी विवाद सुर्खियों में है। क्या यह फैसला उनके करियर को प्रभावित करेगा? अपडेट के लिए बने रहें!