स्थान: हिसार, हरियाणा
घटना का दिन: गुरुपूर्णिमा – वह दिन जो गुरु को सम्मान देने के लिए होता है, लेकिन इस साल, यह दिन हिंसा और दर्द का प्रतीक बन गया।
🔪 क्या हुआ स्कूल में?
हिसार जिले के एक निजी सीनियर सेकंडरी स्कूल में पढ़ने वाले दो छात्रों (कक्षा 11वीं और 12वीं) ने प्रिंसिपल जगबीर पन्नू पर चाकू से हमला किया। हमले में उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
❓ क्यों मारा गया प्रिंसिपल?
- प्राथमिक जांच के अनुसार, प्रिंसिपल ने छात्रों को अनुशासन के तहत बाल कटवाने की हिदायत दी थी।
- इसी बात को लेकर छात्र नाराज़ हो गए और उन्होंने यह भयानक कदम उठा लिया।
🚨 आरोपी छात्र अब तक फरार
- हमले के तुरंत बाद दोनों आरोपी छात्र स्कूल से भाग निकले।
- पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और तलाशी अभियान तेज कर दिया गया है।
🕵️♂️ पुलिस की कार्रवाई
- प्रिंसिपल हत्या की FIR दर्ज
- आसपास के इलाकों में तलाशी
- CCTV फुटेज खंगाली जा रही है
- स्कूल स्टाफ से पूछताछ जारी
🧑🏫 शिक्षकों और अभिभावकों में डर
- प्रिंसिपल हत्या घटना के बाद शिक्षा जगत में शोक और भय का माहौल है।
- शिक्षकों का कहना है कि स्कूल में अनुशासन बनाना अब जानलेवा बनता जा रहा है।
🗣️ क्या बोले लोग?
“गुरुपूर्णिमा जैसे पवित्र दिन पर इस तरह की घटना एक बड़ी विडंबना है। हमें सोचने की ज़रूरत है कि छात्रों में इतना गुस्सा क्यों है।” — एक शिक्षक
“अब हमारे बच्चों की सुरक्षा के लिए स्कूल भी डराने लगे हैं।” — अभिभावक
🔚 निष्कर्ष
हिसार स्कूल प्रिंसिपल हत्या ने समाज और शिक्षा प्रणाली को झकझोर कर रख दिया है। यह न सिर्फ एक शिक्षक की हत्या है, बल्कि गुरु-शिष्य परंपरा की आत्मा पर हमला है।