पंचायत चुनाव से पहले बढ़ी कर्मचारियों की “बीमारी”, ड्यूटी से बचने का ट्रेंड जोरों पर
अल्मोड़ा, 20 जुलाई। उत्तराखंड में होने वाले पंचायत चुनावों से पहले चुनावी ड्यूटी से बचने के लिए कर्मचारियों ने नए-नए बहाने अपनाने शुरू कर दिए हैं। अब तक 80 से अधिक कर्मचारी ड्यूटी कटवाने के लिए आवेदन कर चुके हैं।
मेडिकल से लेकर जनप्रतिनिधियों तक का सहारा
कुछ कर्मचारी खुद की बीमारी तो कुछ माता-पिता या बच्चों की बीमारी का हवाला दे रहे हैं। वहीं कई कर्मचारी विधायक, सांसद और अन्य जनप्रतिनिधियों से सिफारिश लगवाकर ड्यूटी से बचने की कोशिश कर रहे हैं।
अस्पतालों में मेडिकल बनवाने की भीड़
जिला अस्पताल में इन दिनों सरकारी कर्मचारियों की भीड़ है। वे फर्जी या संदिग्ध मेडिकल बनवाने की कोशिश कर रहे हैं। डॉ. हरीश के अनुसार, जांच के बाद ही मेडिकल जारी किए जा रहे हैं। बिना कारण मेडिकल नहीं दिए जा रहे।
प्रशासन की सख्ती शुरू
डीएम आलोक कुमार पांडे ने साफ किया है कि सभी प्रार्थना पत्र और मेडिकल सख्ती से जांचे जाएंगे। केवल वास्तविक मामलों में ही रियायत दी जाएगी। चुनावी ड्यूटी से बचने वालों को अब बख्शा नहीं जाएगा।
निष्कर्ष
चुनावी ड्यूटी से बचने का ये ट्रेंड प्रशासन के लिए चिंता का विषय है। जरूरी है कि कर्मचारी अपनी जिम्मेदारी समझें और लोकतंत्र को मजबूत करने में सहयोग दें।