अरुणाचल में भूस्खलन और बाढ़ से तबाही, 15 की मौत, 36 हजार लोग प्रभावित
इटानगर, 20 जुलाई। अरुणाचल प्रदेश इस समय प्राकृतिक आपदा के गंभीर संकट से जूझ रहा है। लगातार बारिश के कारण राज्य के कई हिस्सों में भूस्खलन और बाढ़ ने तबाही मचाई है। अब तक 15 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि 36 हजार से ज्यादा लोग प्रभावित हैं।
निचले सियांग जिले में सड़कें टूट चुकी हैं और कई गांवों का संपर्क कट गया है। सिजी, याते और गरु गांवों के पास भूस्खलन ने हालात और बिगाड़ दिए हैं। राज्य की लाइफलाइन मानी जाने वाली आलो-लिकाबाली रोड भी बंद पड़ी है।
चीन सीमा से सटे अंजॉ जिले का संपर्क बीते 20 दिनों से टूटा हुआ था, जिसे हाल ही में बहाल किया गया है। निचले सुबनसिरी जिले का ज़ीरो क्षेत्र पूरी तरह जलमग्न हो चुका है, जिससे फसल और संपत्ति का भारी नुकसान हुआ है।
राज्य सरकार ने हाई अलर्ट जारी कर दिया है। मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने मृतकों के परिजनों को ₹4 लाख की सहायता राशि देने की घोषणा की है। उन्होंने सभी जिलों में राहत कार्यों को तेज करने के निर्देश दिए हैं।
आईएमसी मेयर तम्मे फास्सांग ने नदियों के किनारे रह रहे लोगों को विशेष सतर्कता बरतने को कहा है। इटानगर, नाहरलगुन, निरजुली और बंदरदेवा में नगर निगम मानसून से निपटने के लिए पूर्ण तैयारियों में जुटा है।