सिंगुर में किसानों की आवाज
हुगली जिले के सिंगुर में बुधवार को सिंगुर किसान विरोध सभा आयोजित की गई। नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने तृणमूल कांग्रेस सरकार पर किसानों की दुर्दशा और कृषि नीतियों में विफलताओं का आरोप लगाया।
किसानों के लिए वादों का उल्लंघन
अधिकारी ने कहा कि भाजपा ने दिल्ली में किसानों के लिए किए गए वादे पूरे कर दिए, लेकिन पश्चिम बंगाल में तृणमूल केवल वोट बैंक की राजनीति कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि आलू किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है।
आलू उत्पादन और नुकसान
राज्य में 60 लाख मीट्रिक टन आलू की खपत होती है, जबकि उत्पादन 1.4 करोड़ मीट्रिक टन है। अतिरिक्त उपज राज्य से बाहर नहीं जा पा रही है। फरवरी 2025 में सरकार ने 15 रुपये प्रति किलो दर से 2.2 करोड़ बोरी आलू खरीदने का वादा किया था, लेकिन वास्तव में केवल कुछ बोरी खरीदी गईं। किसानों को लागत निकालने के बाद केवल तीन रुपये प्रति किलो का लाभ मिलता है।
सिंगुर के निवेश और कृषि विकास
शुभेंदु अधिकारी ने टाटा के निवेश और वापसी का जिक्र किया। उन्होंने आरोप लगाया कि टाटा का कारखाना डायनामाइट से उड़ाकर सरसों बोई गई, लेकिन फली और मछली पालन योजना असफल रही। भूमि की उर्वरक क्षमता भी प्रभावित हुई।
न्याय का वादा
अधिकारी ने कहा कि भाजपा सरकार बनने पर किसानों को न्याय दिलाया जाएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी ने सिंगुर और हुगली के किसानों को आर्थिक रूप से तबाह कर दिया है। सिंगुर किसान विरोध सभा ने राज्य सरकार की कृषि नीतियों पर सवाल उठाने का मौका प्रदान किया।