मध्य प्रदेश में डायल 112 सेवा का शुभारंभ
भोपाल में आज से मध्य प्रदेश डायल 112 सेवा शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आज दोपहर 12:20 बजे भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर में इस नई आपातकालीन प्रणाली का फ्लैग ऑफ करेंगे।
डायल 112 की विशेषताएँ
डायल 112 सेवा अब डायल-100 की जगह लेगी और इसमें पुलिस, स्वास्थ्य/एम्बुलेंस (108), अग्निशमन (101), महिला हेल्पलाइन (1090), साइबर क्राइम (1930), रेल मदद (139), हाईवे एक्सिडेंट रिस्पांस (1099), प्राकृतिक आपदा (1079) और महिला एवं चाइल्ड हेल्पलाइन (181, 1098) जैसी सभी सेवाएं शामिल होंगी।
नई प्रणाली में रीयल-टाइम लोकेशन ट्रैकिंग, डेटा एनालिटिक्स और IoT जैसी तकनीकों का उपयोग किया गया है। प्रत्येक शिफ्ट में 100 एजेंट की क्षमता वाले कॉन्टैक्ट सेंटर, मोबाइल ऐप्स, चैटबॉट और फ्लीट मैनेजमेंट सॉफ़्टवेयर इसे अधिक कुशल और स्मार्ट बनाते हैं।
डायल-100 की गौरवशाली विरासत
मध्य प्रदेश में 1 नवम्बर 2015 को शुरू हुई डायल-100 सेवा ने राज्यव्यापी आपातकालीन प्रतिक्रिया में नया मानक स्थापित किया। इस सेवा के तहत अब तक 8.99 करोड़ कॉल प्राप्त हुईं, जिनमें से 1.97 करोड़ पर जनता को मदद उपलब्ध कराई गई। इसमें सड़क दुर्घटना, महिला सुरक्षा, वरिष्ठ नागरिक सहायता, लापता बच्चों की खोज और आत्महत्या/अवसाद से जुड़ी घटनाओं में तुरंत प्रतिक्रिया शामिल थी।
नागरिकों के लिए लाभ
मध्य प्रदेश डायल 112 अब सिर्फ प्रतिक्रिया नहीं, बल्कि खतरे का पूर्वानुमान कर नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगा। यह सेवा स्मार्ट, बहु-एजेंसी और तकनीक-सक्षम प्रणाली के रूप में डिज़ाइन की गई है, जो प्रदेशवासियों के लिए तेज, सुरक्षित और भरोसेमंद मदद सुनिश्चित करेगी।