जीरो वेस्ट थीम के साथ महोत्सव का आगाज
लाहौल-स्पीति जीरो वेस्ट जनजातीय महोत्सव का शुभारंभ मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने गुरुवार को शिमला से वर्चुअल माध्यम से किया। यह अनोखा आयोजन 16 अगस्त तक चलेगा और इसमें कला, संस्कृति और पर्यावरण संरक्षण पर विशेष जोर रहेगा।
पहली बार ‘जीरो वेस्ट’ पहल
इस बार महोत्सव को खास बनाने के लिए ‘जीरो वेस्ट’ थीम अपनाई गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पहल लोगों को जिम्मेदारी से उत्सव मनाने के लिए प्रेरित करेगी और पर्यावरण पर सकारात्मक असर डालेगी।
संस्कृति और पर्यटन को बढ़ावा
सुक्खू ने बताया कि लाहौल-स्पीति की कला और संस्कृति विशिष्ट है। महोत्सव के जरिए पर्यटक यहां की समृद्ध विरासत से रूबरू होंगे। साथ ही, स्थानीय पारंपरिक उत्पादों को ‘हिम-ईरा’ ब्रांड के तहत प्रमोट किया जाएगा, जिससे महिला सशक्तिकरण और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।
विकास कार्यों की सौगात
महोत्सव के दौरान मुख्यमंत्री ने पीएमजीएसवाई चरण-3 के तहत 36.42 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले पांच पुलों का शिलान्यास भी किया। इनमें चौखंग नाले, चिनाब नदी, किशोरी नाले, तेलिंग नाले और मोरिंग नाले पर बनने वाले पुल शामिल हैं।
जलवायु परिवर्तन पर चिंता
सुक्खू ने जलवायु परिवर्तन और लाहौल-स्पीति में सामान्य से अधिक वर्षा पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन के लिए सरकार हरसंभव कदम उठा रही है और केंद्र के सहयोग से वैज्ञानिक अध्ययन किए जा रहे हैं।