किश्तवाड़ में बादल फटना, भारी तबाही
जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में चशोती गाँव में बादल फटने से भारी तबाही हुई है। इस आपदा में अब तक 60 लोगों की मौत हो चुकी है और 100 से ज़्यादा लोग घायल हुए हैं। कई लोग अब भी लापता बताए जा रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री का दौरा
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह शुक्रवार को प्रभावित गाँव पहुँचे और राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा की। उनके साथ जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक नलिन प्रभात भी मौजूद थे।
लापता लोगों की तलाश प्राथमिकता
जितेंद्र सिंह ने कहा कि इस आपदा का पैमाना अभूतपूर्व है। हमारी पहली प्राथमिकता उन लोगों को तलाशना है, जो अब भी मलबे में दबे होने की आशंका है। उन्होंने बचावकर्मियों की सराहना की और कहा कि तमाम बाधाओं के बावजूद टीमें लगातार काम कर रही हैं।
बचाव कार्यों में जुटी एजेंसियाँ
एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, भारतीय सेना, वायुसेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस राहत कार्यों में लगी हुई हैं। हेलीकॉप्टर मौसम की खराबी के कारण गाँव तक नहीं पहुँच पाए, लेकिन सभी उपकरण और टीमें रातोंरात इलाके में पहुँचा दी गईं।
नुकसान का आँकलन
इस आपदा में कई घर, मंदिर, पनचक्की, पुल और वाहन बह गए। तीर्थयात्रियों के लिए बने सामुदायिक रसोई स्थल और सुरक्षा चौकी भी तबाह हो गई।
प्रधानमंत्री की निगरानी
जितेंद्र सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस आपदा पर तुरंत बैठक बुलाई और ठोस कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि सभी तरह की सहायता पीड़ितों तक पहुँचाई जा रही है।