बलोचिस्तान हमला और बीआरएएस का दावा
पाकिस्तान के बलोचिस्तान प्रांत में हालात बिगड़ते जा रहे हैं। बीआरएएस ने दावा किया कि उसके लड़ाकों ने 10 से 15 अगस्त के बीच 71 हमले किए। इन हमलों में 24 पाकिस्तानी सैनिक और 5 सरकारी समर्थक एजेंट मारे गए।
बसिमा में सबसे बड़ा हमला
बीआरएएस प्रवक्ता बलोच खान के अनुसार सबसे बड़ा बलोचिस्तान हमला बसिमा जिले में हुआ। लड़ाकों ने एक सैन्य शिविर पर धावा बोलकर 13 सैनिकों को मार दिया। इसमें एक पाकिस्तानी कैप्टन भी शामिल था।
अन्य जिलों में हमले
समूह ने बताया कि उसने क्वेटा, ग्वादर, केच, पंजगुर और डेरा बुगती सहित कई जिलों में हमला किया। न्यू टाउन, ग्वादर में आईईडी विस्फोट से 2 सैनिक मारे गए। इसके अलावा लड़ाकों ने पुलिस थानों और चौकियों पर रॉकेट और ग्रेनेड से हमला किया।
सरकारी ठिकानों को निशाना
बलोचिस्तान हमला सिर्फ सेना तक सीमित नहीं रहा। लड़ाकों ने एक लेवी स्टेशन पर कब्जा किया और सरकारी दफ्तरों में आग लगा दी। कई वाहनों को भी नष्ट कर दिया गया।
बीआरएएस का नुकसान
बीआरएएस ने यह भी स्वीकार किया कि उसका लड़ाका हासिल मुराद उर्फ सरबन बलोच झाओ जिले में मारा गया। वह एक सैन्य समर्थक सशस्त्र समूह से हुई झड़प में मारा गया।
नतीजा और असर
यह बलोचिस्तान हमला पाकिस्तान सरकार के लिए बड़ी चुनौती बन गया है। लगातार हो रहे हमलों से सुरक्षा बलों की मुश्किलें बढ़ गई हैं।