किम जोंग उन की बख्तरबंद ट्रेन से बीजिंग रवाना
उत्तर कोरिया के शासक किम जोंग उन भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच अपनी बख्तरबंद ट्रेन से बीजिंग रवाना हुए। वे बुधवार को होने वाली विक्ट्री डे परेड में हिस्सा लेंगे, जहां चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूस के राष्ट्रपति पुतिन संग मंच साझा करेंगे।
क्यों चुनी ट्रेन यात्रा?
किम जोंग उन ने एक घंटे की उड़ान का विकल्प छोड़कर लगभग 24 घंटे की ट्रेन यात्रा को चुना। उनकी खास किम जोंग उन की बख्तरबंद ट्रेन को ‘तायांग-हो’ नाम दिया गया है, जिसमें शाही सुविधाएं और अभेद्य सुरक्षा व्यवस्था है।
खासियतें क्या हैं?
यह ट्रेन दक्षिण कोरियाई खुफिया एजेंसियों के अनुसार बुलेटप्रूफ खिड़कियों, विशेष जालीदार ढांचे और मोर्टार से लैस है। इसकी रफ्तार 50-60 किमी प्रति घंटे तक होती है। इसलिए किम जोंग उन की बख्तरबंद ट्रेन सुरक्षा और आराम का प्रतीक मानी जाती है।
पहले की यात्राएं
किम ने साल 2011 में सत्ता संभालने के बाद अब तक 8 विदेशी यात्राएं की हैं। इनमें से पाँच यात्राओं के लिए उन्होंने इसी बख्तरबंद ट्रेन का इस्तेमाल किया। बीजिंग और वियतनाम की यात्राएं इसके बड़े उदाहरण हैं।
नतीजा
किम जोंग उन की यह यात्रा सिर्फ एक राजनीतिक घटना नहीं बल्कि उनकी बख्तरबंद ट्रेन की सुरक्षा और रहस्यमयी ताकत का भी प्रदर्शन है।