नेपाल में सोशल मीडिया प्रतिबंध हटा
काठमांडू, 9 सितंबर। नेपाल में जेन जी आंदोलन के दबाव के बाद सरकार को आखिरकार झुकना पड़ा। सोमवार देर रात करीब एक बजे से फेसबुक, व्हाट्सऐप, इंस्टाग्राम और यूट्यूब जैसी प्रमुख सोशल मीडिया साइट्स फिर से चालू हो गईं। हालांकि सरकार ने इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं की है, लेकिन इंटरनेट सेवा प्रदाताओं को मौखिक रूप से प्रतिबंध हटाने का निर्देश दिया गया।
ओली की स्वीकारोक्ति
प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने आधी रात आंदोलनकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार नई पीढ़ी की भावना को समझाने में विफल रही। उन्होंने कहा कि अब किसी भी जेन जी को सड़क पर उतरने की आवश्यकता नहीं है। साथ ही, उन्होंने आंदोलन के दौरान हुई छात्रों की मौत पर गहरा दुख जताया और घटना की न्यायिक जांच कराने की घोषणा की।
शैक्षणिक संस्थानों में दो दिन का शोक
प्रदर्शन के दौरान मारे गए छात्रों की स्मृति में नेपाल के प्रमुख शैक्षणिक संगठनों—एनएमए, एपीईएन, हिसान, नेशनल पैब्सन और पैब्सन—ने संयुक्त बयान जारी कर 9 और 10 सितंबर को स्कूल बंद रखने और शोक मनाने की घोषणा की है।
पृष्ठभूमि
सरकार ने हाल ही में सोशल मीडिया पर प्रतिबंध लगाया था, जिससे युवाओं में आक्रोश फैल गया। आंदोलन के दौरान कई स्थानों पर हिंसा और छात्रों की मौत हुई। आलोचना का सामना कर रहे ओली ने स्पष्ट किया कि उनकी नीयत कभी भी सोशल मीडिया को पूरी तरह बंद करने की नहीं थी।