प्रयागराज में दुर्गा पूजा पंडाल तैयारियों का उत्साह
प्रयागराज, 9 सितंबर (हि.स.)। विश्व प्रसिद्ध तीर्थराज प्रयाग में दुर्गा पूजा की तैयारियां तेजी से चल रही हैं। शहर में अस्सी से अधिक बड़े पंडाल सजाए जा रहे हैं, जिनमें बंगाल के अम्बा शिल्पकारों ने पंडाल निर्माण कार्य शुरू कर दिया है।
प्रमुख पंडाल और परंपराएं
दरभंगा कॉलोनी दुर्गा पूजा कमेटी का पंडाल सजाया जा रहा है। यह कमेटी पहली बार 1958 में पूजा आयोजन कर रही थी। वर्तमान में अध्यक्ष डी. वासु की देखरेख में कमेटी संचालन कर रही है।
बमरौली के अलका विहार कॉलोनी का पंडाल भी तैयार हो रहा है। इस समिति ने 24 साल पहले पूजा शुरू की थी। पंडाल निर्माण से पहले खूंटी पूजा की परंपरा निभाई जाती है।
इतिहास और सांस्कृतिक महत्व
प्रयागराज में दुर्गा पूजा का समृद्ध इतिहास है। लूकरगंज बारवारी दुर्गा पूजा समिति 1907 में स्थापित की गई थी, जो शहर का सबसे पुराना और ऐतिहासिक आयोजन है। अन्य प्रमुख समितियों में अशोक नगर, मीरापुर और जॉर्ज टाउन की दुर्गा पूजा कमेटियाँ शामिल हैं। ये समितियां महिला सशक्तिकरण, काशी संस्कृति और भारतीय स्वतंत्रता जैसे विषयों पर केंद्रित पंडाल सजाती हैं और महिला पुजारियों की परंपरा को आगे बढ़ाती हैं।
तैयारियों में तेजी
बंगाल से आए शिल्पकार पंडालों के निर्माण और सजावट में जुटे हैं। यह कार्य शहर के कर्नलगंज इंटर कॉलेज में ठहरने के बाद पूरे प्रयागराज में पंडाल सजाने के लिए किया जा रहा है।