13 साल बाद मिली बड़ी सफलता
नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की शाहीन बाग टीम ने 2012 के दोहरे हत्याकांड का मुख्य आरोपित ललन कुमार को बिहार के मधेपुरा से गिरफ्तार किया है। ललन पर 1 लाख रुपये का इनाम घोषित था और वह पिछले 13 वर्षों से फरार चल रहा था।
केस का पृष्ठभूमि
31 जुलाई 2012 को पुल प्रह्लादपुर इलाके में चालक शमीम और सहायक शेरे का अपहरण हुआ था। बाद में शमीम का शव हरियाणा के पलवल और शेरे का शव उत्तर प्रदेश के मथुरा से बरामद हुआ। वारदात में प्रयुक्त ट्रक प्रयागराज से जब्त किया गया था। इस मामले में शामिल सुनील उर्फ रोहित और शत्रुघ्न पहले ही पकड़े जा चुके थे, लेकिन ललन कुमार फरार हो गया था। अदालत ने दिसंबर 2012 में उसे भगोड़ा घोषित कर दिया था।
पुलिस की मेहनत
डीसीपी डॉ. हेमंत तिवारी ने बताया कि आरोपित को पकड़ने के लिए पुलिस ने पिछले तीन वर्षों में 20,000 किलोमीटर से अधिक दूरी तय की। दिल्ली-एनसीआर, यूपी, पंजाब, केरल, बंगाल, तमिलनाडु और झारखंड में छापेमारी हुई। 500 से ज्यादा कॉल डिटेल का विश्लेषण और 1,000 से अधिक लोगों से पूछताछ की गई।
आखिरकार गिरफ्तारी
ललन ने मोबाइल और सोशल मीडिया से दूरी बनाकर गिरफ्तारी से बचने की कोशिश की, लेकिन अंततः 4 सितंबर 2025 को बिहार के मधेपुरा के शंकरपुर से उसे दबोचा गया। पुलिस अब उसे ट्रांजिट रिमांड पर दिल्ली ला रही है।