मुख्यमंत्री की श्रद्धांजलि
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को बांग्ला साहित्य के प्रख्यात लेखक विभूतिभूषण बंद्योपाध्याय के जन्मदिवस पर उन्हें याद किया। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा कि साहित्य जगत के इस महान विभूति को वह अपनी ओर से हार्दिक श्रद्धांजलि अर्पित करती हैं।
साहित्यिक योगदान
12 सितंबर 1894 को उत्तर 24 परगना जिले के घोषपाड़ा-मुरारिपुर गांव में जन्मे विभूतिभूषण बंद्योपाध्याय ने बांग्ला साहित्य को नई पहचान दी। उनकी रचनाओं में ग्रामीण जीवन की सहजता, मानवीय भावनाओं की गहराई और प्रकृति का अद्भुत चित्रण मिलता है।
कालजयी कृतियां
उनकी सबसे चर्चित रचना ‘पाथेर पांचाली’ है, जिस पर सत्यजीत रे ने विश्वप्रसिद्ध फिल्म बनाई। यह उपन्यास भारतीय साहित्य की अमूल्य धरोहर माना जाता है। इसके अलावा ‘आरण्यक’, ‘अपराजितो’ और ‘ईच्छामती’ जैसी रचनाओं ने भी साहित्य जगत में गहरी छाप छोड़ी।
आज भी प्रासंगिक
विभूतिभूषण की रचनाएं समय की सीमा को लांघकर आज भी उतनी ही प्रासंगिक हैं। उनके उपन्यास और कहानियां जीवन की सादगी, संघर्ष और प्रकृति के सौंदर्य को पाठकों के सामने जीवंत कर देती हैं।