गांधीसागर फॉरेस्ट रिट्रीट में रोमांच और संस्कृति का संगम
भोपाल: मध्य प्रदेश का गांधीसागर क्षेत्र पर्यटकों के लिए फिर रोमांच और प्राकृतिक अनुभव का केंद्र बन गया है। चंबल नदी पर बने गांधीसागर डैम का मनोहारी बैकवॉटर आज शुक्रवार से गांधीसागर फॉरेस्ट रिट्रीट के चौथे संस्करण के लिए तैयार है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव औपचारिक उद्घाटन करेंगे।
प्रमुख आकर्षण
- टेंट सिटी: 50 लग्जरी ऑल-सीजन टेंट्स में पर्यटक प्रकृति के बीच आरामदायक ठहराव का आनंद ले सकेंगे।
- जंगल सफारी और नाइट वॉक: पर्यटक वन्य जीवन और जंगल की प्राकृतिक सुंदरता का करीब से अनुभव करेंगे।
- पानी की गतिविधियाँ: बोटिंग, बोट स्पा, जेट स्की और जोरबिंग।
- आसमान छूती गतिविधियाँ: पैरासेलिंग, पैरामोटरिंग और हॉट एयर बैलून।
- सांस्कृतिक और पारंपरिक अनुभव: लोक कलाकार, हस्तशिल्प प्रदर्शन और पारंपरिक व्यंजन।
- विशेष कार्यशालाएँ: बटरफ्लाई गार्डन, रॉक गार्डन और प्रकृति संरक्षण सत्र।
- वेलनेस और योग सत्र: शांति और मानसिक सुकून के लिए।
आयोजन का महत्व
पर्यटन मंत्री धर्मेंद्र सिंह लोधी के अनुसार यह आयोजन मध्य प्रदेश को एडवेंचर टूरिज्म के मानचित्र पर अलग पहचान दिलाने का अवसर है। अपर मुख्य सचिव पर्यटन शिव शेखर शुक्ला ने बताया कि इस आयोजन में पर्यटक केवल घूमने तक सीमित नहीं रहते, बल्कि प्रदेश की संस्कृति और पर्यावरण संरक्षण में सक्रिय भागीदारी भी करते हैं।
स्थानीय समुदाय और सतत विकास
इस कार्यक्रम में स्थानीय समुदायों की भागीदारी और पर्यावरण संरक्षण को प्राथमिकता दी गई है। गतिविधियाँ बच्चों और युवाओं को प्रकृति के महत्व से अवगत कराती हैं, जबकि सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ और वेलनेस सत्र पूरे अनुभव को समृद्ध बनाते हैं।
गांधीसागर फॉरेस्ट रिट्रीट न केवल रोमांच, बल्कि शांति और संस्कृति का संगम भी प्रस्तुत करता है, जो मध्य प्रदेश की असली पहचान को पर्यटकों तक पहुँचाने का प्रयास है।