झज्जर में बजरंग पूनिया के पिता को अंतिम विदाई
झज्जर, 12 सितंबर। ओलंपियन पहलवान बजरंग पूनिया के पिता बलवान सिंह पूनिया का निधन हो गया। उनका अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव खुड्डन में हिंदू रीति-रिवाज के अनुसार किया गया। बड़े बेटे हरेंद्र पूनिया ने मुखाग्नि दी।
अस्पताल में अंतिम दिनों की जानकारी
बलवान सिंह पूनिया गुरुवार की शाम दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में अंतिम सांस लेकर 71 वर्ष की आयु में पंचतत्व में विलीन हो गए। उन्हें 18 दिन से अस्पताल में भर्ती रखा गया था। उनके फेफड़ों में गंभीर समस्या थी।
अंतिम संस्कार में पहुंची प्रमुख हस्तियाँ
अंतिम संस्कार में कुश्ती खिलाड़ी, सामाजिक संगठन और ग्रामीण बड़ी संख्या में मौजूद थे। इस मौके पर बजरंग पूनिया के ससुर महावीर फोगाट, पहलवान बबीता फोगाट के पति विवेक सुहाग, और साक्षी मलिक के पति अर्जुन अवार्ड विजेता सत्यव्रत कादयान भी पहुंचे।
बलवान सिंह की पहलवान परंपरा
बलवान सिंह स्वयं भी कुश्ती में प्रशिक्षित रहे, हालांकि राष्ट्रीय स्तर पर उनका नाम नहीं बन पाया। उन्होंने अपने बेटे बजरंग पूनिया को उत्कृष्ट पहलवान बनाने का संकल्प लिया और उसके लिए सर्वोत्तम प्रशिक्षण, पोषण और संसाधन सुनिश्चित किए। उनके अथक प्रयासों का परिणाम था कि बजरंग ने ओलंपिक समेत अंतरराष्ट्रीय मंचों पर सफलता हासिल की।
श्रद्धांजलि और प्रेरणा
बजरंग पूनिया के प्रथम गुरु लाला दीवान चंद योग एवं कुश्ती केंद्र के संचालक आर्य वीरेंद्र ने भी बलवान सिंह को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि बलवान सिंह का जीवन और मेहनत सभी पहलवानों के लिए प्रेरणा का स्रोत है।