भाद्र माह: असम में सांस्कृतिक और आध्यात्मिक उत्सव
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने कहा कि भाद्र माह देश के सांस्कृतिक और आध्यात्मिक जीवन में विशेष महत्व रखता है। यह माह भगवान श्रीकृष्ण जन्माष्टमी और महापुरुष श्रीमंत शंकरदेव एवं माधवदेव की पुण्य तिथियों के लिए प्रसिद्ध है।
भाद्र माह के धार्मिक आयोजन
शुक्रवार को महापुरुष माधवदेव की पुण्य तिथि पर नलबाड़ी स्थित श्रीश्री हरि मंदिर प्रांगण में सात हजार से अधिक महिला श्रद्धालुओं ने दिहा नाम का आयोजन किया। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने इसे गहन आध्यात्मिक अनुभव और सौंदर्यपूर्ण दृश्य बताया।
मुख्यमंत्री का संदेश
डॉ. सरमा ने दोनों महापुरुषों के चरणों में कृतज्ञता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि भाद्र माह असमिया समाज की गहरी आस्था और सांस्कृतिक जड़ों का प्रतीक है। इस अवसर पर उन्होंने धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजनों में भाग लेने वाले लोगों की सराहना की।
सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्व
भाद्र माह न केवल धार्मिक उत्सवों का माह है, बल्कि यह असम के सामाजिक और सांस्कृतिक जीवन को जोड़ने का भी माध्यम है। इस माह में होने वाले आयोजनों से समाज में सौहार्द और आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार होता है।
समाज में जागरूकता और श्रद्धा
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने लोगों से आह्वान किया कि वे भाद्र माह के पवित्र अवसर पर अपनी सांस्कृतिक और आध्यात्मिक जड़ों को समझें और श्रद्धा के साथ आयोजन में भाग लें।